हायर किए गए दो शूटरों ने की थी चावला की गोली मारकर हत्या
जयपुर के वैशाली नगर पुलिस ने एनएचएआई के सलाहकार राजेंद्र कुमार चावला के ब्लाइंड मर्डर केस (Chawla Murder) का महज 9 दिन में खुलासा (Police exposed) कर दिया है। वैशाली नगर में 26 जुलाई को चावला की शूटरों ने गोली मार हत्या कर दी थी। दिनदहाड़े शहर में फायरिंग कर मर्डर करने की सनसनीखेज वारदात के बाद जयपुर पुलिस हरकत में आ गई।
डीसीपी ऋचा तोमर ने बताया कि पुलिस ने हत्या के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार (4 arrested) किया है। जिसमें आरोपी करणदीप श्योराण, नवीन बिस्ला, विकास व अमित नेहरा को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी करणदीप श्योराण हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार है। जिसने हत्याकांड की पूरी साजिश रची।
जयपुर में मीटिंग के बहाने राजेंद्र चावला को 26 जुलाई को जयपुर बुलाया गया और गोली मारकर हत्या कर दी गई लेकिन इसकी साजिश 24 जुलाई को ही रची जा चुकी थी। दो शूटरों को 15 लाख रुपये में मर्डर के लिए हायर किया गया था। जो हत्या की वारदात के बाद फरार हो गए। पुलिस दोनों शूटरों की तलाश कर रहीं है।
पुलिस जांच में सामने आया कि एनएचएआई की ओर से गुड़गांव से जयपुर तक 14 फुट ओवरब्रिज बनाने का ठेका ई फाइव इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया था। जो एक साल में इसका निर्माण तक शुरू नहीं कर सकी। करणदीप श्योराण प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए अतिरिक्त समय चाहता था लेकिन इसके लिए इंजीनियर राजेंद्र चावला नहीं मान रहे थे। इसी वार्ता के लिए 26 जुलाई को वैशाली नगर स्थित एनएचएआई के कार्यालय में दोपहर डेढ़ बजे मीटिंग तय की गई। जहां इंजीनियर राजेंद्र चावला के आने पर शूटरों ने गोली मार उनकी हत्या कर दी।