जयपुर। पिछले तीन सालों में चोरी हुए स्मार्ट फोनों में से जयपुर पुलिस ने 1432 स्मार्टफोन बरामद कर लिए हैं। अब पुलिस ने बरामद फोन उनके मालिकों को सुपुर्द करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि लॉकडाउन में जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल टीम सीएसटी पिछले तीन महीनों से चोरी हुए फोनों को ट्रेस कर रही थी। पुलिस ने इनमें से कई फोन को जप्त किया। बुधवार को फोन मालिकों को कमिश्नरेट बुलाकर मोबाइल सौंपे गए।
पुलिस ने शेष मोबाइल बीट कांस्टेबल द्वारा उनके मालिकों तक पहुंचाने की योजना तैयार की है। बरामद फोनों की कीमत एक हजार से 80 हजार रुपए तक की है।
पुलिस थानों में आमजन के मोबाइल गुमशुदगी के प्रकरणों में अपना मोबाइल अपने हाथ कार्य योजना बनाकर चोरी हुए मोबाइल की ट्रेसिंग शुरू की थी। इसके लिए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रथम अशोक कुमार गुप्ता और पुलिस उपायुक्त अपराध के सुपरविजन में विशेष टास्क दिया गया था।
इनके नेतृत्व में सीएसटी कमिश्नरेट टीम के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त विमल सिंह के निर्देशन में तीन टीमें बनाई गई। सीआई लखन सिंह खटाणा, सुरेंद्र यादव, एसआई महेंद्र सिंह व राजेश कुमार एएसआई के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।
इन टीमों ने जयपुर में विभिन्न थानों में मोबाइल गुमशुदगी के पीछले तीन साल के मोबाइल डाटा एकत्रित किए। पुलिस ने जब इन मोबाइल फोन के आईएमईआई नम्बर के आधार पर ट्रेस किया तो कई माबाइल जयपुर व कुछ अन्य जिलों में काम में लिए जाने की जानकारी सामने आई।
लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने मोबाइल फोन ट्रेस कर इन्हें सीकर, झुंझुनूं, चूरू, बूंदी, हनुमानगढ़, नागौर, अजमेर, भरतपुर, अलवर, कोटा, भीलवाड़ा, सवाईमाधोपुर, चित्तोडग़ढ़, उदयपुर व सीमावर्ती जिलों से 1432 फोन बरामद किए।
इनमें जयपुर उत्तर जिले के 435, पूर्व और दक्षिण जिले के 339 और पश्चिम जिले के 319 फोन बरामद हुए। पुलिस की जांच में सामने आया कि जयपुर मे कुछ ऐसे लोग सक्रिय है जो चोरी के मोबाइल खरीदकर उन्हें नए बिल से बेच रहे हैं। इनके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है, ताकि इनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।