राजस्थान के मुख्य सचिव निरंजन आर्य की अध्यक्षता में सोमवार, 28 जून को हुई स्टेट एम्पॉवर्ड कमेटी की 34वीं बैठक में कस्टमाइज्ड पैकेज के लिए करीब 2600 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों (Investment proposals) की सिफारिश की गई। ज्वैलरी, ग्लास, टैक्सटाइल, आई-वियर और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित इन प्रस्तावों से राज्य में 60 हजार से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
बैठक में उद्योग आयुक्त अर्चना सिंह ने कहा कि राज्य में औद्यौगिक विकास की व्यापक संभावनाएं हैं और इसे देखते राज्य सरकार उद्योगों और व्यवसायों की उन्नति को सुविधाजनक बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में स्टेट एम्पॉवर्ड कमेटी ने इन प्रस्तावों की अनुशंषा की है। उन्होंने कहा कि रिप्स 2019 निवेश प्रोत्साहन में देश की पंसदीदा स्कीम बनती जा रही है। एसईसी की अनुशंषा के बाद इन प्रस्तावों को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले निवेश बोर्ड में रखा जाएगा।
बैठक में फ्रांस की सेंट गोबेन की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी सेंट गोबेन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रस्ताव भी शामिल थे। फ्लोट ग्लास निर्माण करने वाली यह कंपनी भिवाड़ी में 1 हजार करोड़ का निवेश कर चुकी हैं और करीब 1 हजार लोगों को रोजगार दे रही है। लेकिन, राज्य सरकार की मौजूदा नीतियों से आकर्षित होकर 1 हजार करोड़ से अधिक का निवेश कर अपने कार्य का प्रसार करना चाहती है। कस्टमाइज्ड पैकेज के तहत एसईसी ने इस निवेश के लिए रियायतों की सिफारिश की है।
ऑप्टिकल निर्माता लेंसकार्ट ने भी भिवाड़ी में 400 करोड़ रुपये का निवेश एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाना चाहती है। लेंसकार्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड टाइटन आईप्लस के बाद भारत में आईवियर के लिए दूसरा प्रमुख ई-कॉमर्स पोर्टल है। कंपनी ने कस्टमाइज्ड पैकेज के तहत चश्मा, आई फ्रेम, प्रिस्क्रिप्शन लेैस, पावर्ड सनग्लासेस, कॉन्टैक्ट लेैस और लेैस सॉल्यूशन की एक निर्माण इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। भीलवाड़ा की आरएसडब्लूएम लिमिटेड ने भीलवाड़ा में 148.75 करोड़ और बांसवाड़ा में 125 करोड़ रूपये का निवेश कर फेब्रिक यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है।
सीतापुरा में बनेगा विश्व स्तरीय जेम एंड ज्वैलरी हब
ज्वैलर्स एसोसिएशन और जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) के सहयोग से जयपुर के सीतापुरा में बनने वाले विश्व स्तरीय जेम एंड ज्वैलरी हब के निर्माण की सिफारिश की है। इसके निर्माण से ज्वैलर्स को एक छत के नीचे कई प्रकार की सुविधाएं मिल सकेंगी। इससे इस उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और दुनिया में जेम एंड ज्वैलरी के लिए ‘जयपुर ब्रांड’ स्थापित हो सकेगा।
बैठक में पेट्रोलियम एवं माइन्स विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेस के माध्यम से भाग लिया। उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव आशुतोष ए.टी.पेडणेकर एवं वित्त (राजस्व) सचिव टी. रविकांत भी बैठक में उपस्थित थे।