रेलवे का अत्याधुनिकीकरण करने के लिए भारतीय रेल की ओर से एक और बड़ा फैसला लिया गया है। इसके तहत रिंग रेलवे ट्रैक की शुरुआत होने जा रही है। इस रिंग रेलवे प्रोजेक्ट के तहत शहर के बाहरी स्टेशनों को बड़े शहरों से जोड़ा जाएगा। ताकि यात्रियों को फंसने से बचाया जा सके।
बड़े शहरों में ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए सरकार द्वारा रिंग रोड का निर्माण कराया जाता है ताकि भारी वाहनों को शहरी क्षेत्रों में प्रवेश नहीं करना पड़े। रिंग रोड के जरिए वे शहर के बाहरी इलाकों से आगे निकल सकेंगे। जयपुर और कोटा सहित राजस्थान के कई शहरों में रिंग रोड़ का निर्माण किया जा रहा है। इसी रिंग रोड की तर्ज पर अब रेलवे ट्रैक भी बिछाए जाने की योजना बनी है। इसमें शहर के बाहरी इलाकों में बने स्टेशनों को बड़े शहरों से सीधा जोड़ा जाएगा ताकि यात्री भीड़ में फंसने से बच सके और सीधे अपने प्लेटफॉर्म पर पहुंच सकें। इसकी शुरुआत जयपुर से होगी।
रिंग रेलवे ट्रैक की शुरुआत जयपुर से
शुक्रवार 12 जनवरी को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव एक दिवसीय दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा के साथ वार्ता की। इस वार्ता के दौरान केंद्र सरकार के प्रस्तावित प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा हुई। खर्रा ने कहा कि रिंग रेलवे प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है जिसमें देश के बड़े शहरों के बाहरी स्टेशनों पर जंक्शन जैसी तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। सभी बड़े शहरों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा ताकि शहरी क्षेत्र में स्थित स्टेशनों पर यात्रियों का दबाव कम किया जा सके। इस रिंग रेलवे प्रोजेक्ट की शुरुआत जयपुर से किए जाने की योजना है।
डीपीआर बनाकर भेजी जाएगी रेलवे बोर्ड को
बड़े शहरों के पास बने उपनगरीय स्टेशनों को डेवलप किया जाएगा। रेल रिंग नेटवर्क बिछाने के बाद शहर के अंदर प्रवेश करने की बजाय ट्रेनें चारों दिशाओं में स्थित अलग-अलग उपनगरीय स्टेशनों को जोड़ेंगी। इसकी शुरुआत जयपुर से करने की तैयारी है। विभागीय अधिकारी इसकी डीपीआर तैयार कर रहे हैं। यह डीपीआर रेलवे बोर्ड के भेजी जाएगी। बताया जा रहा है यह प्रोजेक्ट विदेशों में है और देश में पहली बार विकसित किया जाएगा।