वर्तमान मुख्य सचिव उषा शर्मा आज रिटायर हो रही हैं। ऐसे में देर शाम तक सुधांश पंत के मुख्य सचिव बनने के आधिकारिक आदेश जारी हो सकते हैं। पंत फिलहाल केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे।
दिल्ली में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात आईएएस सुधांश पंत की सेवाएं केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार को लौटा दी हैं। 1991 बैच के आईएएस अधिकारी सुधांश पंत अब राज्य की ब्यूरोक्रेसी का नया चेहरा हो सकते हैं। वर्तमान मुख्य सचिव उषा शर्मा आज रविवार, 31 दिसंबर को रिटायर हो रही हैं। ऐसे में देर शाम तक सुधांश पंत के मुख्य सचिव बनने के आधिकारिक आदेश जारी हो सकते हैं। पंत फिलहाल केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे।
मुख्य सचिव की दौड़ में सबसे आगे
राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी के चेहरे की दौड़ में इस समय आईएएस सुधांश पंत सबसे आगे हो गए हैं। इसकी वजह है उनकी सेवाएं राजस्थान सरकार को ऐसे समय में वापस लौटाई गई हैं। जब प्रदेश में मुख्य सचिव का पद खाली हो रहा है। वहीं, दूसरी ओर देखा जाए तो बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित 20 मंत्री पहली बार बने हैं।
ब्यूरोक्रेसी में लंबा अनुभव रखते हैं
सरकार को ब्यूरोक्रेसी और गर्वनेंस के लिए सुधांश पंत जैसे अधिकारी की आवश्यकता हैं। उनकी दूरदर्शिता और स्किल्स का फायदा सरकार को मिले। इसे लेकर उन्हें राजस्थान भेजा जा रहा हैं। बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व ने नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर गहन विचार करने के बाद यह कदम उठाया हैं। ऐसी उम्मीद पहले से थी कि नया मुख्य सचिव केन्द्र से ही आएगा क्योंकि सीएम भजनलाल शर्मा को शासन चलाने का अनुभव नहीं हैं।
पहले भी केन्द्र में रहे प्रतिनियुक्ति पर
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दौरान तत्कालीन जलदाय मंत्री महेश जोशी से नहीं बनने के बाद लगातार इधर-उधर तबादलों से परेशान होकर सुधांश पंत अक्टूबर 2022 में राजस्थान से दिल्ली चले गए थे। जहाजरानी मंत्रालय में सचिव पद पर रहने के बाद उन्हें हाल ही स्वास्थ्य मंत्रालय में तैनात किया गया था। इससे पहले भी सुधांश पंत केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर रह चुके हैं। 27 सितम्बर, 2014 से 26 दिसम्बर 2019 तक सुधांश पंत केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर रहे थे। उन्होंने उस दौरान फॉर्मास्यूटिकल्स और हेल्थ एंड वेलफेयर विभाग में संयुक्त सचिव के तौर पर सेवाएं दी थी। हालांकि उस समय प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी। वे प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के करीब एक साल बाद राजस्थान लौटे थे।
कई जिलों में कलेक्टर रहे
वे राजस्थान के कई जिलों में कलेक्टर रहे। उन्हें देश के काबिल अफसरों में से गिना जाता है। संभव है कि वे वापस राजस्थान लौट आएं। जब देश में कोरोना फैला था (2020-2022) तब पंत राजस्थान में थे, केन्द्र सरकार ने उनकी विशेष सेवाएं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में ली थीं। केन्द्र सरकार उनकी काबिलियत से परिचित है। केंद्र उन्हें राजस्थान भेज कर यहां की सरकार को एक खास दिशा देना चाहेगा।