राजस्थान विधानसभा में चुनाव में टिकट फाइनल करने के लिए कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी भले ही तीन दिन जयपुर में रहकर मशक्कत करके गई है, लेकिन टिकट के दावेदार अब भी पीसीसी वॉर रूम के चक्कर लगा रहे हैं। रविवार को भी एआईसीसी के सीनियर ऑब्जर्वर मधुसूदन मिस्त्री को बायोडाटा देने दावेदार पहुंचे।
दावेदारों के दावे भी बड़े रोचक
इनके दावे भी बड़े रोचक हैं, कोई कह रहा है कि पंद्रह साल से टिकट मांग रहा हूं, तो किसी का कहना है कि बाहरी को टिकट दिया तो वो हारेगा। दावों और हकीकत के बीच टिकट तो स्क्रीनिंग कमेटी ही तय करेगी। राजस्थान में दिसम्बर में विधानसभा चुनाव हैं, और सात आठ महीने बाद लोकसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में कांग्रेस दिसम्बर में सरकार रिपीट कराने तथा लोकसभा चुनाव में खाता खोलने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है।
ऑब्जर्वरों से फीड बैक लेने आए मधुसूदन
कांग्रेस ने लोकसभा के हिसाब से आब्जर्वर लगाए हैं और इन ऑब्जर्वरों से फीड बैक लेने कांग्रेस के सीनियर ऑब्जर्वर मधुसूदन मिस्त्री रविवार को जयपुर पहुंचे। इधर, मिस्त्री से मुलाकात कर उन्हें अपना बायोडाटा देने बड़ी संख्या में विधानसभा चुनाव में टिकट के दावेदार भी कांग्रेस वॉर रूम पहुंच गए। टिकट के दावेदारों में कोई अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि के दम पर तो कोई कांग्रेस पार्टी की 33 साल से सेवा के आधार पर टिकट पर दावा कर रहा था।
हर किसी प्रमुख नेता से मिलकर रख चुके हैं बात
दावेदारों का कहना है कि उन्होंने पार्टी के सभी नेताओं सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से लेकर अन्य नेताओं से मिलकर अपना बायोडाटा सौंप चुके हैं। यहां तक की स्क्रीनिंग कमेटी के चैयरमेन गौरव गोगाई को बायोडाटा सौंपने का दावा कर रहे हैं। अब मधुसूदन मिस्त्री आए हैं, तो उनके सामने आपनी बात रखने आए हैं। दावेदारों का कहना है कि हर नेता ने उन्हें आश्वासन दिया है, लेकिन अपनी बात सब तक पहुंचा रहे हैं, शायद कोई तो उनकी बात सुन और समझ लें। उनकी बात सुन लें।