प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन को लेकर भले ही कांग्रेस के भीतर चर्चा चल रही हो, लेकिन पार्टी के ही कई नेता इसके पक्ष में नहीं हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी के बाद अब कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य सचिन पायलट भी गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं। सचिन पायलट का कहना है कि राजस्थान में गठबंधन की जरूरत नहीं है, कांग्रेस अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम है।
पायलट ने सोमवार को पीसीसी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन बनाया है लेकिन राजस्थान में गठबंधन की कोई जरूरत नहीं है, राजस्थान में केवल भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता है और कांग्रेस इतनी मजबूत है कि अपने दम पर ही पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। पायलट ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दम पर पहले भी सरकार बनी थे और आगे भी उन्हीं के दम पर सरकार बनेगी।
भाजपा के पास कोई विजन नहीं
सचिन पायलट ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने पौने पांच साल सदन में केवल आरोप लगाने और आलोचना करने में बिता दिए, राजस्थान को लेकर कोई विजन नहीं बताया। हिंदू-मुसलमान, मंदिर- मस्जिद में ही लोगों को उलझा कर देश में महंगाई-बेरोजगारी से लोगों का ध्यान भटकाए हुए हैं, जबकि हमारा विकास का एजेंडा झंडा है।
इस बार नहीं चलेगा तेरा- मेरा
सचिन पायलट ने कहा कि इस बार टिकट बंटवारे में तेरा- मेरा नहीं चलेगा और मेरिट के आधार पर ही टिकट तय होंगे। जो जिताऊ होगा उसे ही टिकट दिया जाएगा, इसके लिए लगातार गांव-ढाणियों, कस्बों में सर्वे कराकर दावेदारों का जमीनी फीडबैक लिया जा रहा है। पायलट ने कहा कि टिकट वितरण में युवाओं, ओबीसी, एससी-एसटी, माइनॉरिटी का विशेष ध्यान रखा जाएगा और पिछली बार जितने टिकट युवाओं को दिए गए थे उससे ज्यादा टिकट इस बार दिए जाएंगे।