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राजस्थान के वैक्सीन सेंटरों पर गुजरात के युवा लगवा रहे वैक्सीन, कटारिया ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, ग्रामीणों (villagers) में आक्रोष, बिगड़ सकती है कानून व्यवस्था

राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में पड़ौसी राज्यों के लोगों द्वारा वैक्सीन लगवाने के मामले सामने आने लगे हैं। एक दिन पूर्व ही गंगानगर में ऐसा मामला सामने आया, वहीं शनिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर आगाह किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों के वैक्सीन सेंटरों पर शहरी लोगों और गुजरात के लोगों द्वारा वैक्सीन लगवाई जा रही है, जिससे ग्रामीणों ( villagers)में आक्रोष है और कभी भी कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।

पत्र में कटारिया ने कहा कि राजस्थान के दक्षिणी जिलों में 70 फीसदी आबादी ग्रामीण व आदिवासी है। इन लोगों को वैक्सीन के लिए ऑनलाइन बुकिंग करना नहीं आता और न ही इन्हें इसकी सुविधा है। उदयपुर जिले के कोटडा, झाड़ोल, गोगुंदा, खैरवाड़ा, लसाडिय़ा, उदयपुर ग्रामीण के साथ बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ जिले में जो केंद्र बनाए गए हैं, उनपर लगने वाल वैक्सीन में 90 फीसदी से ज्यादा वैक्सीन शहरी क्षेत्र के लोगों द्वारा लगवाई जा रही है।

झाड़ोल, कोटड़ा के सीमावर्ती क्षेत्रों में जो केंद्र बनाए गए हैं, उनपर गुजरात के लोग ऑनलाइन बुकिंग कराकर वैक्सीन लगवा रहे हैं। ऐसे में जहां केंद्र बने हैं, वहां के लोग वैक्सीन नहीं लगवा पा रहे हैं। इससे उन लोगों में भारी आक्रोष है और कभी भी कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है।

इसलिए वैक्सीन लगाने की पूरी प्रक्रिया पर पुन: विचार की आवश्यकता है। जिन केंद्रों पर वैक्सीन लग रहा है, उसके आस-पास के लोगों को भी वैक्सीन लगे। इसके लिए व्यवस्था में कोई बदलाव किया जाना है तो तत्काल किया जाए। वैक्सीन केंद्र बढ़ाए जाएं और ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन की मात्रा को बढ़ाया जाए, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोविड माहामारी विकराल रूप ले चुकी है। सरकार इस बात की पुख्ता व्यवस्था करे कि वैक्सीन के लिए स्थानीय और बाहरी लोगों में संघर्ष नहीं हो।

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