राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीन नए जिलों की घोषणा की है। ये है मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामन सिटी।ये घोषणा आचार संहिता लगने से पहले की गयी है,इसलिए इसे गहलोत का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। इस बारे में X पर सूचना देते हुए गहलोत ने लिखा – “अब 53 जिलों का राजस्थान ”
सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा- जनता की मांग एवं उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसा के अनुसार राजस्थान में तीन नए जिले और बनाए जाएंगे। अब 53 जिलों का होगा राजस्थान। आगे भी उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों के मुताबिक सीमांकन आदि परेशानियों को दूर किया जाता रहेगा।
अब 53 जिलों का हुआ राजस्थान !
आज 3 नए जिलों के गठन की घोषणा के उपरांत सुजानगढ़ क्षेत्र के लोगों ने निवास आकर सद्भाव व्यक्त किया।
मुझे विश्वास है यह कदम सुविधाओं को हर क्षेत्र तक 10 गुना तेज़ी से पहुंचाने में कारगर होगा। सुजानगढ़वासियों का आभार।#कांग्रेस_फिर_से pic.twitter.com/WapzsL3lTv
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 6, 2023
डीडवाना-कुचामन जिले को दो भागों में बांटा
कुछ ही महीनों में डीडवाना-कुचामन जिले को दो भागों में बांट दिया है। डीडवाना-कुचामन पहले नागौर जिले में आते थे। इसके साथ ही चूरू से सुजानगढ़ को और टोंक से मालपुरा को अलग करके नए जिले बनाए जाएंगे। सीएम गहलोत ने कहा की हम रामलुभाया कमेटी को ये तीन नए जिले बनाने का प्रस्ताव भेज रहे हैं।
लम्बे समय से चल रही थी मांग
सीएम गहलोत ने कहा कि हमारे ऊर्जा मंत्री रहे डॉ. चंद्रभान मालपुरा को जिला बनाने की मांग कर रहे थे, इसीलिए तीन नए जिले बनाने काप्रस्ताव रामुलुभाया कमेटी को आज ही भेज रहे हैं। इनके सीमांकन का काम रामलुभाया कमेटी और राजस्व विभाग मिलकर करेंगे। बाकी क्षेत्रों से आई हुई मांगों के बारे में भी हम परीक्षण करवाएंगे। कुचामन और नावां क्षेत्र के लोग अलग जिले बनाने की मांग कर रहे थे। सुजानगढ़ के विधायक और स्थानीय लोग भी लंबे समय से मांग कर रहे थे, इसके लिए धरने दिए प्रदर्शन किए। बाकी जगह भी लोग धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं, वे रामलुभाया कमेटी के सामने अपनी मांगें रखें।
अगस्त में हे बनाये थे 19 नए जिले
इससे पहले अगस्त में राजस्थान में 19 नए जिले बनाए गए थे। कैबिनेट मीटिंग में इन जिलों के नोटिफिकेशन को मंजूरी दी गई थी। जयपुर और जोधपुर को बांटकर दो-दो जिले बनाए गए हैं। इनके नगर निगम क्षेत्र को जयपुर, जोधपुर और इससे बाहर वाली तहसीलों को जयपुर ग्रामीण और जोधपुर ग्रामीण में शामिल किया गया है।
दूदू सबसे छोटा, जैसलमेर सबसे बड़ा
राजस्थान में अब दूदू सबसे छोटा जिला होगा। दूदू जिले में एक ही विधानसभा क्षेत्र रहेगा। क्षेत्रफल के हिसाब से जैसलमेर अभी भी सबसे बड़ा जिला है।
मैंने जनभावना का सम्मान किया : गहलोत
सुजानगढ़ जिले के गठन के लिए सुजानगढ़ से आए प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर गहलोत ने कहा कि जनभावना का सम्मान करते हुए राज्य सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया है। नए जिलों का गठनयहाँ के लोगों के साथ-साथ मेरे लिए भी हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सीमांकन की प्रक्रिया पूरी कर जिला मुख्यालय पर मिलने वाली सभी सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित योजनाएं एवं पारित किए गए कानून आज पूरे देश में चर्चा का विषय है। सुशासन, शिक्षा, स्वास्थ्य, महंगाई राहत सहित सभी क्षेत्रों में राज्य में उत्कृष्ट कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण हेतु विजन 2030 डॉक्यूमेंट जारी किया गया है। सभी को आगे बढ़कर इसके लिए अपने सुझाव देने चाहिए।