राजस्थान राज्य जैव विविधता बोर्ड ने स्थानीय वृक्षों के संरक्षण को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से राजस्थान राज्य महावृक्ष प्रतियोगिता की शुरूआत की है। प्रतियोगिता के माध्यम से आमजन किसी जीवित बड़े वृक्ष का नामांकन कर नगद पुरस्कार जीत सकते हैं। नामांकन प्राप्ति की अंतिम तिथि 15 सितम्बर 2023 है।
बोर्ड के सदस्य सचिव राजीव चतुर्वेदी ने बताया कि प्रतियोगिता के माध्यम से विभिन्न प्रजातियों के बड़े वृक्षों को खोजने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए आमजन द्वारा स्थानिक एवं सांस्कृतिक रूप से मूल्यवान वृक्ष प्रजातियों की प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं। इसमें पीपल, बरगद, रोहिनी, आम, चिरोंजी, सीताफल, खजूर, कैर, कल्प वृक्ष, आंवला, शीशम, गूगल, आकाश नीम, रोहिड़ा, शहतूत, बीलपत्र, कदम्ब, सागवान, अमलतास, इमली, नीम, खेजड़ी सहित 113 प्रजातियों के वृक्षों को सूचीबद्ध किया गया है।
उन्होंने बताया कि आमजन इन प्रजातियों के बडे़ पुराने वृक्ष की फोटो के साथ प्रविष्टियां ऑफलाइन भेजे सकते हैं। ऑनलाइन प्रविष्टियां आवेदक [email protected] पर ई-मेल या 6350697765 पर व्हाट्सएप कर भेज सकते हैं। प्रविष्टियां प्राप्त करने की अंतिम तिथि 15 सितम्बर, 2023 है।
चतुर्वेदी ने बताया कि बोर्ड द्वारा गठित समिति बडे वृक्ष का चयन करेगी और विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सूचीबद्ध प्रजातियों में से राज्य स्तर पर सबसे बड़े वृक्ष को 1500 रूपये, जिला स्तर पर सबसे बड़े वृक्ष को 1500 रूपये, क्षेत्रफल की दृष्टि से कैनोपी से आच्छादित सबसे बड़े वृक्ष को 3000 रूपये और विभिन्न एवं विशेष रूपात्मक विशेषताओं वाले सर्वक्षेष्ठ दस वृक्षों को 1500 रूपये प्रति वृक्ष का पुरस्कार दिया जाएगा। साथ ही, इस कार्यक्रम की बारे में जागरूता फैलाने के लिए विभाग, एनजीओ, एजेंसी अथवा बीएमसी को विशेष पुरस्कार के अंतर्गत 11 हजार रूपये की राशि प्रदान की जाएगी।