जयपुर। राजस्थान में मूल्यवान, अर्धमूल्यवान ज्वैलरी के साथ-साथ प्रदेश में उत्पादित फलों एवं सब्जियों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नए एयर कार्गो कॉम्पलेक्स का विकास किया जाएगा। राजस्थान स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में आयोजित संचालक मण्डल की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
संचालक मण्डल की बैठक में एमआई रोड जयपुर स्थित राजस्थली मॉल में नवीन खादी प्लाजा प्रारम्भ करने की सहमति प्रदान की गई। इससे राज्य के खादी बुनकरों को अपना माल विपणन करने में सुविधा प्राप्त होगी। अरोड़ा बताया कि राजस्थली की सुसज्जा के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की सेवाएं ली जा रही हैं ताकि इसे पर्यटको के लिए एक आर्कषण केन्द्र के रूप में विकसित किया जा सके।
निगम के संचालक मण्डल द्वारा इनलैण्ड कंटैनर डिपो मानसरोवर में एक नवीन वृहद् स्तर के एयर कार्गो कॉम्पलेक्स को विकसित करने का निर्णय लिया गया।
अरोड़ा ने बताया कि इस नवीन एयर कार्गो कॉम्पलेक्स में राजस्थान के मूल्यवान, अर्धमूल्यवान ज्वैलरी के साथ-साथ राजस्थान में उत्पादित फलों एवं सब्जियों का निर्यात भी किया जाएगा। इसके लिए निर्यातको को आवश्यक आधुनिक सुविधाए उपलब्ध करवाई जाएगी। नवीन परिसर में प्रथम बार फलों एवं सब्जियों के निर्यात के लिए दो बडे कोल्ड स्टोर स्थापित करवाए जाएंगे।
अरोड़ा ने बताया कि राजसिको द्वारा निर्यात के लिए रेल लिंक उपलब्ध करवाने के लिए फुलेरा एवं इसके आस-पास के स्थानों पर उपयुक्त स्थान की तलाश की जा रही है। राजसिको गत कई वर्षो से बन्दरगाह तथा एयर कार्गो के व्यवसाय में कार्य कर रहा हैं। अब निगम को राज्य की राज्य स्तरीय लॉजिस्टिक नोडल एजेंसी के रूप में विकसित करने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रथम त्रिमास में हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री गत वर्ष के प्रथम त्रिमास की तुलना में तीन गुना बढ गई है।
अरोड़ा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में उत्पादित होने वाले हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री के लिए शीघ्र योजना तैयार की जाएगी। राजसिको की अनुपयोगी संपतियों का उपयोग लघु उधोग इकाईयों के उत्थान के लिए किया जाएगा ताकि राज्य में रोजगार के अवसरों को बढावा मिल सके एवं निगम की अब तक अनुपयोगी पडी संपत्तियों से आय भी अर्जित की जा सके।