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राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2023: जयपुर में मसालों की हो रही है जमकर खरीददारी, केरल, तमिलनाडु, पंजाब के मसाले विशेष आकर्षण के केन्द्र…तीन दिन में 50 लाख रुपए के मसालों की बिक्री

राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2023 इन दिनों गुलाबीनगर में अपनी खुशबू बिखेर रहा है। इस सहकार मेले में मसालों की जमकर खरीददारी हो रही है। उपभोक्ता संघ के महाप्रबंधक अनिल कुमार के अनुसार यहां तीन दिन में करीब 50 लाख रुपये के मसालों सहित अन्य सामग्रियों की बिक्री हो चुकी है। जवाहर कला केंद्र में यह मेला 28 अप्रेल से लगा था और यह 07 मई तक चलेगा।
उन्होंने बताया कि मेले में जयपुरवासी बड़ी मात्रा में अपनी आवश्यकता के अनुसार साबुत एवं पिसे मसालों की खरीद कर रहे हैं। मथानिया एवं खंडार की लाल मिर्च, धनिया (रामगंज मंडी), राजसमंद का नेचुरल शर्बत, मेवाड़ी अचार का लोगों में जबरदस्त खरीद का क्रेज चल रहा है। अनिल कुमार ने बताया कि इस बार इरोड़ की हल्दी, सांभर मसाला, केरल की दालचीनी, कालीमिर्च, लौंग, काजू, बनाना चिप्स उपलब्ध कराया गया है। मेले में इन सभी उत्पादों की बिक्री को देखते हुये तमिलनाड़ु एवं केरल से इन उत्पादों का अतिरिक्त स्टॉक मंगवाया जा रहा है। मेले में पंजाब का रेडी टू ईट प्रोडक्ट की डिमांड बनी हुई है।
उन्होंने बताया कि मेले में नागौर की सूखी सब्जियां जैसे कैर, सांगरी, कुमटी, काचरी एवं टिण्डा के अलावा देशी जीरा, पान मैथी, हरी दाना मैथी, पीली दाना मैथी व रोस्टेड अलसी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि पलसाना (सीकर) समिति द्वारा प्याज, घाट की गुणी, धानी, भूंगड़े तथा पीसे मसाले उपलब्ध कराये जा रहे हैं। मेले में सोजत की मेहन्दी भी उपलब्ध है।
जोधपुर सहकारी उपभोक्ता भंडार द्वारा उपभोक्ताओं को राबोड़ी, केर, सांगरी, कुमठिया, पचकूटा सहित एगमार्क मसाले, मेले में किचन वीयर, उदयपुर भंडार द्वारा ठण्ड़ाई एवं सूखे मेवे की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि मेले में आंगुतकों के लिए निःशुल्क पार्किंग सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। वहीं फूड कोर्ट की व्यवस्था भी की गई है।

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