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प्रतिक्रियाएंः भविष्योन्मुखी और आमजन को राहत देने वाला है 2021-22 का केंद्रीय बजट

केंद्रीय बजट 2021-22 को लेकर राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से हमें प्रतिक्रियाएं मिली हैं। किसी ने इस बजट को भविष्योन्मुखी तो किसी ने इसे आमजन को राहत देने वाला बताया है। पेश हैं क्लीयरन्यूज डॉट लाइव को चुनींदा प्रतिक्रियाएं..

मनोज गुप्ता, एमजी कंसल्टेंट्स, बीकानेर

भारतीय अर्थव्यवस्था को दिशा और गति देने वाला बजट है। सरकार ने इस बजट में लंबी अवधि के लिए आत्म निर्भर भारत को ध्यान में रखा है

एएस अग्निहोत्री, वरिष्ठ नागरिक, जयपुर

पिछले वर्ष आय में लगभग 5-6 लाख करोड़ की कमी। लगभग 80 करोड़ लोगों को 8 महीनों तक मुफ्त भोजन, मुफ्त गैस सिलेंडर तथा गरीब महिलाओं को 500 रु प्रतिमाह देने के बावजूद इस वर्ष के बजट में कोई अतिरिक्त, कोई नया टैक्स नहीं। स्वास्थ्य शिक्षा सुरक्षा आधारभूत ढांचे के विकास के बजट में अभूतपूर्व वृद्धि ने चौंकाया है।

अशोक वैद, प्राचार्य, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, जयपुर

केंद्रीय बजट 2021-22 बहुत ही भविष्योन्मुखी कहा जा सकता है। इसमें पेंशन और ब्याज आय पर आश्रित 75 वर्ष से अधिक की उम्र के लोगों को आयकर रिटर्न दाखिल करने से छूट दी गई है, यह बहुत ही स्वागतयोग्य कदम कहा जा सकता है। कोरोना महामारी और विभिन्न प्रकार की बीमारियों से संघर्ष करने में बुजुर्गों से इस कदम से राहत मिलेगी। इसके अलावा इन्फ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा के क्षेत्र में किये गये प्रावधान सराहनीय हैं।

मोहित चतुर्वेदी, युवा उद्यमी

वर्ष 2021-22 के केंद्रीय बजट से उम्मीद थी कि आमजन को करों से राहत मिलेगी लेकिन उनकी उम्मदों पर पानी फेर दिया गया। करों में किसी किस्म की राहत का प्रावधान नहीं है। इसके अलावा वस्तु एवं सेवा करों के सरलीकरण की उम्मीद थी, उसका कोई ठोस आश्वासन इस बजट में नहीं है। आयकर रिटर्न की पुरानी फाइलें नहीं खोलने संबंधी प्रावधान अवश्य प्रशंसनीय कदम कहा जा सकता है।

डॉ. नीलू जैन, सेंट विल्फ्रेड कॉलेज, जयपुर

निस्संदेह आम आदमी को राहत देने वाला बजट पेश किया है केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने। आशंका थी कि कोरोना महामारी के कारण जर्जर हो रही अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए करों में इजाफा किया जायेगा विशेषतौर पर कॉर्पोरेट करों में तो बढ़ोतरी की ही जायेगी किंतु ऐसा ना करके, वित्त मंत्री ने बड़ी राहत दी। इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्टर और शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ावा देने प्रावधान इस बजट में किये गये हैं। कुल मिलाकर देश के हालात के मद्देनजर यह बेहतरीन बजट कहा जा सकता है।

रवींद्र गंगवार, युवा उद्यमी

केंद्रीय बजट 2021-22 देश की उम्मीदों का बजट है। कोरोना महामारी के दौर में इससे बेहतर बजट क्या हो सकता है? महामारी के दौर में जब बहुतों की नौकरियां छूटीं और कामकाज लंबे समय ठप रखना पड़ा, ऐसे में जीडीपी में गिरावट तो आनी ही थी। अर्थव्यवस्था की गति को बढ़ाने के उद्देश्य से करों में बढ़ोतरी की आशंका थी किंतु उसे यथावत रखना ही बड़ी राहत कही जा सकती है। इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र को गति देने के लिए किये गये प्रावधान स्वागत योग्य हैं।

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