प्रदेश में प्रतिदिन हो रही 30 हजार से अधिक जांच
जयपुर। राजस्थान सरकार प्रदेश में कोरोना टेस्ट क्षमता और टेस्टिंग संख्या में लगातार बढ़ोतरी कर रही है, ताकि प्रदेश में रिकवरी रेशो को बेहतर और मृत्युदर को निरंतर कम किया जा सके। प्रदेश में प्रतिदिन 30 हजार से अधिक जांचें की जा रही है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा का कहना है कि सरकार मृत्युदर शून्य लाने की कोशिश में लगी है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। अच्छी खबर यह है कि जुलाई-अगस्त में प्रदेश में कोरोना से होने वाली मृत्युदर 1 प्रतिशत तक आ गई। वर्तमान में कोरोना से होने वाली मृत्युदर 1.5 फीसदी है। प्लाज्मा थेरेपी और जीवनरक्षक इंजेक्शन के जरिए इसे और भी कम किया जा रहा है।
शर्मा ने बताया कि निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के बेहतर इलाज के लिए अस्पताल प्रबंधकों से मुख्य सचिव की बैठक प्रस्तावित है। आरयूएचएस अस्पताल में मरीजों की सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। सरकार के पास वेंटिलेटर्स की कमी नहीं है, लेकिन कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 1300 नए वेंटिलेटर प्रोक्योर किए गए हैं।
शर्मा ने कहा कि एंटिजन टेस्ट पूरी तरह शुद्धता में खरे नहीं उतरे हैं। प्रदेश में एंटिजन टेस्ट की शुद्धता 48 फीसदी आई है। पूरे देश में व्यापक स्तर पर एंटिजन टेस्ट किए जा रहे हैं। इस टेस्ट पर आईसीएमआर को पुनर्विचार करना चाहिए।