अब राजस्थान टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आरटीसी) के कार्मिकों को भी ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ मिल सकेगा। बुधवार 7 जून को पर्यटन भवन में आयोजित आरटीडीसी बोर्ड की 192वीं बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की गई बजट घोषणा की अनुपालना में यह फैसला किया है।
राठौड़ ने कहा कि निगम प्रबन्धन प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है तथा आरटीडीसी की होटल इकाइयां एवं पैलेस ऑन व्हील्स मुनाफे के साथ संचालित हो रही हैं। निजी होटल्स से प्रतिस्पर्धा के लिए 10 आरटीडीसी होटल इकाइयों में जीर्णोद्धार एवं उन्नयन के कार्य प्रगतिरत हैं।
आरटीडीसी अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान वेडिंग एंड कॉंफ्रेन्स डेस्टिनेशन के रूप में देश के एक प्रमुख राज्य के रूप में अपनी जगह बना चुका है। उन्होंने बजट वर्ष 2023-24 की घोषणाओं के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एमआईसीई (मीटिंग्स, इन्सेन्टिव, कॉंफ्रेन्स एंड एक्जीबिशंस) सेन्टर्स की स्थापना से प्रदेश को इस क्षेत्र में एक नई पहचान मिलेगी।
बैठक में आरटीडीसी होटल्स के शुल्क में छूट की श्रेणी में राजस्थान रत्न से सम्मानितों को शामिल करने के प्रस्ताव पर भी निर्णय किया गया। साथ ही, अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों में शिथिलता देने पर चर्चा हुई। बैठक में बोर्ड सदस्यों के तौर पर पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, राजस्थान पर्यटन विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक विजयपाल सिंह एवं राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक नथमल डिडेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।