जयपुरराजनीति

आदमी पार्टी में जाएंगे या फिर नयी पार्टी बनाएंगे कांग्रेस के दमदार नेता सचिन पायलट, हवाओं में तैर रहा है यह सवाल..

राजस्थान की राजनीति नयी करवट ले रही है। भाजपा में दो फाड़ की कोशिश को लक्ष्य करके धौलपुर में दिये गये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तारीफ संबंधी बयान उल्टे पड़ गये हैं। भाजपा में दरार पड़ी या नहीं यह बात तो सामने नहीं आई लेकिन कांग्रेस में जरूर अंतर्कलह सामने आ गयी है। पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बगावट के स्वर बुलंद कर दिये हैं।
पायलट ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ ‘जन संघर्ष’ यात्रा निकाली। आसमान से बरस रही आग और 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में सचिन पायलट तवे जैसी तपती सड़कों पर वे पैदल चले और उनके साथ हजारों लोगों का काफिला भी साथ-साथ चला। अजमेर से शुरू हुई 125 किलोमीटर की इस पैदल यात्रा जयपुर में समापन हो गया। अब पायलट के अगले कदम को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है। अब उनकी अगली रणनीति क्या होगी, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं।
क्या होगा सचिन पायलट का अगला कदम
पायलट का क्रेज सभी विधानसभा क्षेत्रों में है। लिहाजा जन संघर्ष यात्रा के दौरान हजारों लोग उनके साथ जुटे हैं। पायलट के समर्थकों के साथ राजनैतिक गलियारों में ये चर्चाएं चल रही है कि सचिन पायलट का अगला कदम क्या होगा। अब तक उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की बात नहीं कही है। हालांकि, कांग्रेस सरकार के खिलाफ मुखर होकर सड़कों पर उतर गए हैं।
कांग्रेस में थे, कांग्रेस में हैं और कांग्रेस में रहेंगे
समर्थकों की शंकाओं का सचिन पायलट ने खुलकर जवाब दिया है। जन संघर्ष यात्रा के दौरान मीडिया से बात करते हुए पायलट ने कहा कि वे कांग्रेस में थे, कांग्रेस में हैं और कांग्रेस में रहेंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जब सरकार जनता की बातें नहीं सुनती है तो जनता को मजबूर होकर सड़कों पर उतरना पड़ता है। उनकी जन संघर्ष यात्रा भी इसी सोच का एक हिस्सा है। पायलट ने कहा कि उनकी जन संघर्ष यात्रा कांग्रेस के खिलाफ नहीं है बल्कि जनता के मूलभूत मुद्दों के समर्थन में है।
पायलट ने दिया हर सवाल का जवाब
सचिन पायलट ने खुलकर कहा कि मीडिया में मनगढ़ंत खबरें आती रहती हैं। बार-बार उनका नाम अलग-अलग राजनैतिक दलों के साथ जोड़ा जा रहा है। कभी लिखा जाता है कि आम आदमी पार्टी में जाएंगे तो कभी लिखा जाता है कि आरएलपी में जाएंगे। कई बार तो ऐसी भी खबरें आती है कि नई पार्टी बनाएंगे। पायलट ने कहा कि वे स्पष्टवादी नेता हैं। उनका कोई छिपा हुआ एजेंडा नहीं है। जो वह कहते हैं, सबके सामने कहते हैं। जो करते हैं वो भी सबके सामने करते हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे चालबाजी नहीं आती। पिछले 25 साल से राजनीति में हूं। मैंने कभी झूठ और धोखे की राजनीति नहीं की।’
‘जनहित के मुद्दे हर मोर्चे पर उठाउंगा’
सचिन पायलट ने कहा कि जनहित के मुद्दे हर मोर्चे पर उठाउंगा। जनता के साथ अगर धोखा होता नजर आया तो वे अपनी पार्टी के खिलाफ बोलने से जरा भी नहीं हिचकेंगे। राजस्थान में उनकी पार्टी की सरकार ने जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया, इसीलिए उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा है। वसुंधरा राजे के शासन में हुए हजारों करोड़ रुपये के घोटालों की जांच करने का वादा जनता से किया गया था लेकिन साढ़े चार साल में जांच नहीं करवाई गई।
पायलट ने बताया क्यों यात्रा पर निकले
पायलट ने आगे कहा कि प्रदेश के युवाओं के साथ लगातार धोखा हो रहा है। एक के बाद एक लगातार प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर आउट हो रहे हैं। आरपीएससी के सदस्य भी पेपर बेचने के आरोप में पकड़े गए हैं। इसके बावजूद सरकार चुप बैठी है। पेपर लीक माफियाओं के आकाओं पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। पायलट ने कहा कि पेपर लीक मामले में किराए की बिल्डिंग पर बुलडोजर चला दिया जाता है लेकिन आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के घर पर अभी तक बुलडोजर नहीं चलाया गया। वे इस दोहरी नीति के खिलाफ हैं। इसीलिए जनता के मुद्दों को लेकर जनता के बीच सड़कों पर उतरे हैं।

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