राजस्थान में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम होने के साथ ही बुधवार से कक्षा 9 से 12वीं तक के स्कूल (Schools) खुल गए हैं। अब इसी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Gehlot) ने अपील करते हुए कहा है कि पढ़ाई के साथ स्वास्थ्य का भी उचित ध्यान रखें और सख्ती से कोविड प्रोटोकॉल व एसओपी (covid SOP) की पालना करना आवश्यक है।
गहलोत ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा कि प्रदेश में शैक्षणिक संस्थान खोल दिए गए हैं। कोविड महामारी के कारण लम्बे समय से शैक्षणिक संस्थान बन्द होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। यह सभी की जिम्मेदारी है कि शिक्षण संस्थानों के संचालन के लिए जारी की गई एसओपी की सख्ती से पालना करें।
उन्होंने कहा कि यदि एसओपी एवं कोविड प्रोटोकॉल की पालना नहीं हुई तो पुन: संक्रमण बढऩे का खतरा है, इसलिए पढ़ाई के साथ स्वास्थ्य का भी उचित ध्यान रखें एवं सख्ती से कोविड प्रोटोकॉल एवं एसओपी की पालना सुनिश्चित करें।
उल्लेखनीय है कि स्कूलों के साथ ही 1 सितम्बर से कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग और अन्य शिक्षण संस्थान खुल गए हैं। सरकार ने शिक्षण संस्थानों के औचक निरीक्षण के लिए अधिकारियों के दल भी गठित कर दिए गए हैं। इसके साथ ही कोरोना गाइड लाइन की अवहेलना करने पर शिक्षक संस्थानों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी शिक्षा विभाग की ओर से जारी की गई है।
एक अन्य ट्वीट के माध्यम से गहलोत ने प्रदेश की जनता को आगाह किया है कि सिर्फ 81 एक्टिव केस के साथ राजस्थान पूरे देश में सबसे कम एक्टिव केस वाला राज्य बन गया है। यह बेहद खुशी की बात है कि पिछले एक महीने में प्रदेश में कोविड से कोई भी मृत्यु नहीं हुई है। लेकिन जरा सी लापरवाही होने पर कोविड पुन: बढ़ सकता है। इसलिए कोविड प्रोटोकॉल यानी मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग इत्यादि का पालन बेहद जरूरी है। प्रदेश में अभी तक 1.10 करोड़ लोगों को दोनों डोज सहित कुल 4.55 करोड़ से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। सभी लोग समय पर अपनी वैक्सीन जरूर लगवाएं।