क्लीयर न्यूज संवाददाता
जयपुर। कोरोना का कहर जारी है और इसने राजस्थान की राजनीति को बड़ा झटका दिया है। राजस्थान भीलवाड़ा जिले के सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक कैलाश त्रिवेदी का सोमवार रात को को निधन हो गया। इससे कांग्रेस पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, लोकसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा सहित कांग्रेस के बड़े नेताओं ने त्रिवेदी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
पांच दिन पहले हुए थे कोरोना पॉजिटिव
सारड़ा विधायक त्रिवेदी के कोरोना पॉजिटिव होने के बारे में पांच दिन पहले ही पता चला था। उनका इलाज भीलवाड़ा और जयपुर के अस्पताल में चला। हालात में सुधार नहीं होने से एयरएंबुलेंस के जरिए उन्हें गरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनके निधन से राज्य विधानसभा में विधायकों की संख्या 200 की बजाय 199 पर आकर अटक गई है।
तो क्या नया विधानसभा भवन अपशकुनी ?
यह सवाल बार-बार उठाया जाता रहा है कि नया विधानसभा क्या अपशकुनी है? वर्ष 2001 में यह बनकर तैयार हुआ था जब इस भवन से लगती हुई श्मशान की दीवार को लेकर सवाल खड़े किए गए थे। फिर इस भवन में वास्तुदोष भी निकाले गए। इस सबके बीच यह भी देखने में आया कि राजस्थान विधानसभा के सभी 200 सदस्य बहुत कम बार ही परी संख्या के साथ विधानसभा में बैठ पाए हों। चुनाव के बाद या तो किसी विधायक का निधन हो जाता है या फिर कोई विधायक किसी मामले में लिप्त पाए जाने के कारण विधानसभा में बैठ नहीं पाए। उल्लेखनीय है कि नए भवन बनने से लेकर अब तक राजस्थान विधानसभा के करीब 10 विधायकों की कार्यकाल के दौरान की मौत हुई है।