जयपुर

स्मार्ट सिटी (Smart City) का काम बना जयपुर (Jaipur) के लिए नासूर, मरम्मत (Repair) के बावजूद टपक रहे बरामदे

जयपुर (Jaipur) के लोगों के लिए स्मार्ट सिटी (Smart City) कंपनी एक नासूर के समान बन गई है, जिसके दिए घाव समय-समय पर रिसकर भयानक टीस देते रहते हैं। शहर में बारिश के पहले ही दौर ने कंपनी के काम की बखिया उधेड़ कर रख दी है। परकोटे की तस्वीरें बयां कर रही है कि है कि स्मार्ट सिटी कंपनी के कामों में मिलीभगत से घटिया निर्माण हो रहा है और जनता को सहूलियत मिलने के बजाय परेशानियां उठानी पड़ रही है।

त्रिपोलिया बाजार में चार दुकानों के बरामदे गिरने, जौहरी बाजार में बरामदों में शॉर्ट सर्किट से आग लगने और प्लास्टर गिरने के बाद अब चांदपोल बाजार के व्यापारी इस कंपनी पर बिफर गए हैं। चांदपोल बाजार व्यापार मंडल ने मंगलवार को स्मार्ट सिटी के सीईओ और नगर निगम हैरिटेज के कमिश्नर अवधेश मीणा के सामने कंपनी के अधिकारियों की सारी पोल-पट्टी खोलकर रख दी और घटिया संरक्षण कार्य के आरोप लगाए।

व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा कि स्मार्ट रोड और बरामदों की रिपेयर के काम से उनकी परेशानियां दूर होने के बजाय बढ़ गई है। मरम्मत (Repair) के बावजूद बरामदों और दुकानों में बारिश का पानी टपक रहा है और व्यापारियों का माल खराब कर रहा है। स्मार्ट रोड पर पानी की निकासी नहीं हो रही और जल जमाव के कारण पानी दुकानों के अंदर आ रहा है।

गोयल ने बताया कि स्मार्ट सिटी कार्यों से हुई सभी समस्याओं की जानकारी सीईओ को दी गई लेकिन वह इन शिकायतों का कोई समाधान नहीं बता सके। उन्होंने सिर्फ इतना भर कहा कि हम जल्द ही इन समस्याओं को दूर करा देंगे। उन्होंने दिखावे के लिए स्मार्ट सिटी अधिकारियों को लताड़ भी लगाई लेकिन इससे व्यापारियों की परेशानियों का अंत होता नजर नहीं आ रहा है। व्यापार मंडलों द्वारा कई बार समस्याओं के लिए नगर निगम हैरिटेज ओर स्मार्ट सिटी कंपनी में शिकायतें की लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं निकल पाया।

बाजार के व्यापारियों ने बताया कि बरामदों के संरक्षण का कार्य बेहद घटिया है। मरम्मत के बावजूद बरामदों से पानी चू रहा है और व्यापारियों को तिरपाल लगाकर काम करना पड़ रहा है। बाजार में स्मार्ट रोड बनाने के दौरान पानी की निकासी की सही व्यवस्था नहीं की गई। चांदपोल गेट के बाहर से पानी बाजार में आता है और दुकानों में भरता है। बरामदों का काम काफी धीमी गति से चल रहा है। घटिया निर्माण की शिकायत होने के बावजूद जांच नहीं कराई जा रही है।

बरामदों में लाइट की व्यवस्था भी नहीं की जा रही है। स्मार्ट रोड पर ठेले वालों का अतिक्रमण हो चुका है, जिससे पूरे बाजार में यातायात अस्त-व्यस्त हो चुका है, लेकिन निगम की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है। बाजारों में जरूरत से ज्यादा बढ़े ई-रिक्शा के कारण भी स्मार्ट रोडों पर यातायात जाम की समस्या हो रही है। ऐसे में ई-रिक्शा की संख्या को नियंत्रित किया जाए।बाजारों में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, छोटी चौपड़ पर बने सुलभ शौचालय की सीढिय़ों पर रेलिंग लगाई जाए, ताकि बुजुर्गों को कोई परेशानी नहीं हो। बाजार में बनी नालियों की सफाई कराई जाए, कल्याणजी के रास्ते में नुक्कड पर अतिक्रमण हटाकर सुलभ शौचालय बनाया जाए।

smaart sitee (smart city) ka kaam bana jayapur (jaipur) ke lie naasoor, marammat (repair) ke baavajood tapak rahe baraamade

Related posts

1 विरासत है ऐतिहासिक गुलाबीनगर का परकोटा, दरबार स्कूल की जगह नई इमारत बनाने के लिए इसी परकोटे को ही ध्वस्त करने की कोशिश

admin

राजस्थान में लगेगा 10 से 24 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन, राज्य सरकार की घोषणा

admin

दूसरे दिन भी मुख्यमंत्री गहलोत ने खोला सौगातों का पिटारा, प्रदेशवासियों को मिली 1122 करोड़ के 1194 विकास कार्यों की सौगात

admin