राजधानी जयपुर में घटिया क्वालिटी के हेलमेटों (substandard helmets) के दिन लदने वाले हैं। जल्द ही यह हेलमेट लोगों के सिर से उतर जाएंगे और उनकी जगह आईएसआई मार्का (ISI mark) हेलमेट का उपयोग बढ़ाया जाएगा।
दोपहिया मोटर वाहनों के सवारों के लिए हेलमेट पर लागू होने वाले भारतीय मानक आईएस 4151:2015 के अनिवार्य प्रमाणन को लेकर भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को जयपुर के अजमेरी गेट, सी स्कीम, लाल कोठी और टोंक रोड क्षेत्र में आम उपभोक्ताओं और दुकानदारों को इस गुणवत्ता नियंत्रण आदेश से अवगत कराया गया।
जयपुर शाखा कार्यालय-1 की प्रमुख कनिका कालिया ने बताया कि नकली या घटिया क्वालिटी के हेलमेट, वाहन चालकों की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं को आईइसआई मार्का हेलमेट का उपयोग करना चाहिए। नकली और बिना आईइसआई मार्का हेलमेट बनाने और बेचने वाले लोगों पर कार्रवाई करने के लिए भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम में जुर्माने और कारावास के कड़े दंडात्मक प्रावधान हैं, जिन्हें अब अमल में लाया जाएगा।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार 1 जून, 2021 के बाद से सभी दोपहिया हेलमेट भारतीय मानक ब्यूरो (बीएसआई) द्वारा प्रमाणित होने चाहिए और उनपर भारतीय मानक आईएसआई का निशान होना चाहिए। इस कदम का उद्देश्य कम गुणवत्ता वाले दोपहिया हेलमेट की बिक्री को कम करना और अंतत: समाप्त करना और सुरक्षा मानकों में सुधार करना है।
बीआईएस लागू उत्पादों और मानक के लिए प्रमाणन और प्रवर्तन प्राधिकरण रहेगा। बीआईएस द्वारा किसी भी उत्पाद को प्रमाणित करने से पहले कई चरणों में जांच की आवश्यकता होती है, जिसमें उत्पाद की गुणवत्ता परीक्षण के साथ-साथ फैक्ट्री ऑडिट भी शामिल है।