जयपुर और भरतपुर। गुर्जर समाज बैकलॉग की भर्तियों सहित छह मांगों को लेकर आंदोलन पर अड़ा और पीछे हटने को तैयार नहीं है। पीलूपुरा के निकट रेलवे ट्रैक सोमवार को भी जाम रहा और मंगलवार को भी ऐसी ही स्थित बनी रह सकती है। गुर्जर समाज का एक धड़ा जिसका नेतृत्व कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला करते आ रहे हैं, उसकी ओर से सोमवार 9 नवंबर से पूरे राजस्थान में चक्का जाम करने की बात कही गई थी लेकिन राजस्थान के युवा एवं खेल मामलों को मंत्री अशोक चांदना वार्ता के लिए निकटवर्ती तहसील सूरौठ पहुंचे इसलिए राज्यभर में चक्का जाम को टाल दिया गया। हालांकि यह वार्ता भी बेनतीजा रही और गुर्जर समाज ने घोषणा की है कि अब धनतेरस तो क्या दीपावली भी रेलवे ट्रैक पर ही होगी।
चांदना साहब गुड़ दे नहीं सकते तो गुड़ जैसी बात ही कर लो
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र और गुर्जर नेता विजय सिंह बैंसला का कहना है कि अशोक चांदना के बातचीत के अंदाज से कहीं भी यह नहीं झलका कि वे किसी समझौते को लेकर तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कर्नल बैंसला और मुख्यमंत्री गहलोत आपस में बैठकर बात कर लेंगे तो समाज के पटेलों का कहना था तो फिर चांदना समझौते के लिए बीच में क्यों हैं? एक गुर्जर पटेल ने तो चांदना के अक्खड़पन को देखते हुए यहां तक कह दिया, “ चांदना जी गुर्जरों को गुड़ नहीं दे सकते तो गुड़ जैसी बात ही कर लो..“
बॉल मुख्यमंत्री गहलोत के पाले में
मंत्री अशोक चांदना के साथ वार्ता विफल रहने के बाद लगता है कि इस मामले में अब सीधे मुख्यमंत्री और गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत हो सकती है। बैंसला ने उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हालात को बहुत अच्छी तरह से समझते हैं और उनके साथ वार्ता में गुर्जर समाज की परेशानियों का हल जरूर निकलेगा। बैंसला ने कहा कि गुर्जर समाज आमजन को परेशान करने में विश्वास नहीं रखता। मुख्यमंत्री से बातचीत सफल रहने पर ही आंदोलन को समाप्त किया जाएगा।