देश के कुछ इलाकों में दिन की जबर्दस्त गर्मी के बाद शनिवार, 15 मई की शाम को हल्की बरसात और ठंडी हवा के चलने के बाद मौसम खुशनुमा हो गया तो कुछ इलाकों में मौसम विभाग की चेतावनी के बाद आमजन की पेशानी पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के ऊपर बनने वाला चक्रवात जिसे म्यांमार ने “ ताऊ ते ” (Tauktae) नाम दिया है, देश के तटवर्ती राज्यों में खासा नुकसान पहुंचा सकता है।
पिछले 6 घंटों में दक्षिण पूर्वी अरब सागर की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान 11 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर उत्तर पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ा है। तथा इसका केंद्र 12.8 deg N व 72.5 deg E पर स्थित है। इसके अगले 6 घंटों में और तीव्र होकर सीवियर साइक्लोन (SEVERE CYCLONE) बनने तथा तत्पश्चात और अगले 12 घंटों में तीव्र हो कर अति सीवियर साइक्लोन ( VERY SEVERE CYCLONE) में परिवर्तित होने तथा उत्तर उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है। वर्तमान परिस्थिति के अनुसार यह गुजरात के पोरबंदर व नलिया के बीच 18 मई को पहुंचने की संभावना है।
महाराष्ट्र और गुजरात के लिए परेशानी
यदि इस चक्रवाती तूफान ने भीषण चक्रवात का रूप ले लिया तो करीब 150 किलोमीटर प्रतिघंटे से 175 किलोमीटर प्रति घंटे की गति गति से हवाएं चल सकती हैं। विशेषतौर पर पश्चिमी तट से लगे देश के कई हिस्सों विशेषतौर पर महाराष्ट्र और गुजरात में यह तूफान परेशानी खड़ी कर सकता है। यद्यपि राजस्थान के उदयपुर, कोटा और जोधपुर संभाग के कई जिलों में रविवार, 16 मई को थंडरस्टॉर्म व अचानक तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बरसात होने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक 18 मई को यह चक्रवात गुजरात के तटवर्ती क्षेत्रों से टकराएगा। इस दौरान बरसात के साथ तेज रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इसका असर गुजरात-महाराष्ट्र के अलावा केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक पर भी होने की आशंका है। इससे पहले तमिलनाडु के घाट जिले में भी 16 मई को तेज बारिश हो सकती है। कोंकण और गोवा में 16 मई को भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है।
इसके अलावा गुजरात के सौराष्ट्र में 16-17 मई को भारी बारिश होगी और 18 मई को कच्छ में भी तेज बारिश की आशंका व्यक्त की गई है। ताउ ते के मद्देनजर केरल के पांच जिलों तिरुवनंतपुरम, कोलम, पठानामठिता, अलपुझा और एर्नाकुलम में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स (NDRF) की 53 टीमों को केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों पर तैनात किया जा रहा है।
देश में मानसून की दस्तक शीघ्र
देश में सबसे पहले दक्षिणवर्ती राज्य केरल में 1 जून को मानसून दस्तक देता रहा है किंतु ताऊ ते का ही असर है कि इस बार मानसून 30 या 31 मार्च को ही दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि इस बार जून से सितंबर के बीच अच्छी बारिश की संभावना है। यह लगातार तीसरा वर्ष है जबकि मौसम विभाग ने अच्छी बारिश की संभावना व्यक्त की है।