नई दिल्ली। आज तीन और अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल फ्रांस से सीधे भारत के राज्य गुजरात के जामनगर एयरबेस पर पहुंचेंगे। इस मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार भारतीय वायुसेना अंबाला में अपनी पहली राफेल स्क्वाड्रन बनाने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि इन तीनों विमानों का रास्ते में कोई ठहराव नहीं होगा। यात्रा के दौरान उन्हें फ्रांसीसी और भारतीय टैंकरों द्वारा ईंधन दिया जाएगा।
सभी 36 राफेल सात के अंत तक
उल्लेखनीय है कि फ्रांस में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान पायलट प्रशिक्षण के लिए पहले से ही सात राफेल लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कर रहे हैं। सैन्य अधिकारियों का कहना है कि भारतीय वायुसेना को हर दो महीने में तीन से चार राफेल जेट मिलने की उम्मीद है। वायुसेना के बेड़े में सभी 36 राफेल विमानों के साल के अंत में शामिल होने की संभावना है। जून 1997 में रूस के सुखोई-30 वायुसेना के बेड़े में शामिल किए गए थे। इसके बाद राफेल वायुसेना के बेड़े में शामिल होने वाला पहला लड़ाकू विमान है। इसने वायुसेना की आक्रामक क्षमताओं को काफी बढ़ाया है।