राजस्थान में कोटा और उदयपुर में विकास प्राधिकरण का गठन किया जाएगा। इस संदर्भ में राजस्थान विधानसभा में विधेयकों को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने कहा कि कोटा विकास प्राधिकरण विधेयक – 2023 से कोटा रीजन में समुचित एवं सुव्यवस्थित विकास सुनिश्चित हो सकेगा। इस रीजन में कोटा शहर, कैथून (जिला कोटा), तालेड़ा व केशवरायपाटन (जिला बूंदी) सहित 292 गांवों को शामिल किया गया है।
धारीवाल सोमवार को विधान सभा में कोटा विकास प्राधिकरण विधेयक – 2023 पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे। प्रारम्भ में प्रभारी मंत्री एवं नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री ने विधेयक चर्चा के लिए सदन में प्रस्तुत किया। चर्चा के बाद सदन ने विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया। विधेयक के उद्देश्यों एवं कारणों पर प्रकाश डालते हुए नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री ने बताया कि विधेयक में आसपास के गांवों-कस्बों को शामिल करते हुए कोटा रीजन को परिभाषित किया गया है। इससे कोटा रीजन के विकास से सम्बन्धित योजनाएं एवं परियोजनाएं बनाने और उन्हें क्रियान्वित करने में सहायता मिलेगी। इससे पहले सदन ने विधेयक को जनमत जानने के लिए परिचालित करने के प्रस्ताव को ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया।
विधान सभा ने सोमवार को उदयपुर विकास प्राधिकरण विधेयक – 2023 को भी ध्वनिमत से पारित कर दिया। प्रारम्भ में प्रभारी मंत्री एवं नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने विधेयक को सदन में विचारार्थ प्रस्तुत किया, जिसके बाद सदन ने विधेयक को ध्वनिमत से पारित किया।
इसी तरह विधान सभा ने सोमवार को गांधी वाटिका न्यास, जयपुर विधेयक – 2023 को ध्वनिमत से पारित कर दिया। प्रारम्भ में प्रभारी मंत्री एवं शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने विधेयक को सदन में विचारार्थ प्रस्तुत किया, जिसके बाद सदन ने विधेयक को ध्वनिमत से पारित किया। इससे पहले सदन ने विधेयक को जनमत जानने के लिए परिचालित करने के प्रस्ताव को ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया।