उत्तराखंड के उत्तराकाशी में सुरंग में फंसे 41 श्रमिक सुरक्षित बाहर निकाले जा चुके हैं। श्रमिकों को बाहर निकालने राहत और बचाव टीम की अहम भूमिका रही है। इन सबके बीच में एक शानदार किरदार भी शामिल है, जो इस पूरे अभियान में हीरो बन कर उभरा है।
हीरो कैसे होते हैं? एक सवाल है। इसके बाद उत्तराखंड के उत्तराकाशी में सिलक्यारा सुरंग के बाहर एक छोटे से मंदिर के बाहर बैठे सिर झुका कर बैठे हुए एक व्यक्ति की तस्वीर के साथ लिखा है, हीरो ऐसे होते हैं। उत्तराखंड में सुरंग में फंसे श्रमिकों के बाद सोशल मीडिया पर लोग खुशी जाहिर कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक अंग्रेज की खूब तारीफ हो रही है। तारीफ हो रही है, इस शख्स के काम करने तरीके को लेकर। काम करने के जज्बे को लेकर। विज्ञान के साथ ही अध्यात्म में विश्वास को लेकर। लोग इन्हें सैल्यूट कर रहे हैं। ये शख्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरंग के मामलों का जानकार है। ये शख्स हैं, ऑस्ट्रेलिया के आर्नोल्ड डिक्स।
बात में झलकता है विश्वास
आर्नोल्ड को जब आप बात करते देखते हैं तो ये बेहद ही जमीन से जुड़े दिखते हैं। वे मुश्किल परिस्थितियों में संयमित रहना जानते हैं। उनकी भाषा से लेकर बॉडी लैंग्वेज से यह साफ झलकता है। बातों में ऐसा आत्मविश्वास और भरोसा कि सामने वाले को सहज ही यकीन हो जाए। आर्नोल्ड बेहद ही गूढ़ और सुंदर शब्दों में अपनी बात को रखते हैं। उनकी बातचीत में शब्दों की कला साफ झलकती है। वे एक कुशल वक्ता की तरफ सटीक और चित्रात्मक शब्दों का चयन कर बात को रखते हैं। वह जब मजदूरों के सुरंग में फंसे होने और पहाड़ के व्यवहार का जिस मानवीकरण के साथ प्रस्तुत करते हैं वो अपने आप में अनोखा है। आपने पहाड़ को मुस्कुराते हुए देखा है? आर्नोल्ड के शब्दों में आप इसे सुन सकते हैं। इस वीडियो को आप सोशल मीडिया पर देख सकते हैं।
विज्ञान के साथ अध्यात्म पर भी यकीन
विज्ञान के साथ ही आर्नोल्ड का अध्यात्म में भी पूरा यकीन है। उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के लिए जब पूरा देश दुआएं कर रहा था। उसके साथ ही आर्नोल्ड भी सुरंग के बाहर एक मंदिर के बाहर सिर झुकाए बैठे हुए थे। ये मंदिर था, बौखनाग बाबा का। जब सभी मजदूर सुरक्षित बाहर निकल कर आए तो आर्नोल्ड फिर से बाबा बौखनाग का आभार जताने के लिए फिर उनकी शरण में पहुंचे। ऑपरेशन पूरा होने का बाद आर्नोल्ड ने कहा कि क्या आपने देखा नहीं कि चमत्कार हुआ है।
इनके भरोसे और विश्वास को देखिए
हम शांत थे और हम जानते थे कि वास्तव में हमें क्या करना है। हमने एक अद्भुत टीम के रूप में काम किया। भारत के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियर, सेना, सभी एजेंसियां… इस सफल मिशन का हिस्सा बनना खुशी की बात है। ये बातें आर्नोल्ड ने सुरंग बचाव अभियान के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद कहीं।
लोग कर रहे तारीफ
आर्नोल्ड डिक्स जब भारत आए थे तब लोगों को उनसे बहुत उम्मीदें थी। आर्नोल्ड भी भारत की उम्मीदों पर खतरे उतरे। जब मजदूरों को सुरक्षित निकाले जाने को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह की आशंकाएं थी उस समय आर्नोल्ड अकेले इस बात को मजबूती से कह रहे थे कि मजदूरों को क्रिसमस से पहले सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। अब जब मजदूर सुरक्षित बचा लिए गए हैं तो आर्नोल्ड देशभर में हीरो बन चुके हैं। उनकी तारीफ करने वालों में भारत में आनंद महिंद्रा समेत दिग्गज शख्सियतें हैं। आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, कम्युनिकेशन की कला मूलतः कहानी कहने की कला है। हमारी प्राचीन संस्कृति की जड़ें कहानी कहने में हैं। लेकिन हमें उन कौशलों को पुनर्जीवित करने और निखारने की जरूरत है। इस बीच, यहां एक ऑस्ट्रेलियाई हमें मास्टर क्लास दे रहा है।