गुजरात के टी प्रोसेसर्स एंड पैकर्स के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई का बहुत ही अजीबोगरीब परिस्थिति में निधन हो गया। जानकारी मिल रही है कि उनकी मौत कुत्तों के हमले की वजह से हुई है। पराग देसाई लोकप्रिय वाघ बकरी ब्रांड की चाय के लिए जाने जाते थे। पराग देसाई (50) बीते हफ्ते सुबह की सैर पर निकले थे और इसी दौरान उनके ऊपर कुत्तों ने हमला कर दिया। उन्हें घायल अस्पताल में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया। पराग देसाई के परिवार में उनकी पत्नी विदिशा और बेटी परीशा हैं।
देसाई 15 अक्टूबर 2023 को इस्कॉन अंबली रोड के पास सुबह की सैर करने निकले थे। इस दौरान उनके ऊपर कुत्तों के झुंड ने हमला कर घायल कर दिया था। इस हादसे में गिरने से उनके सिर में गंभीर चोट लगी थी। इसके बाद उन्हें तुरंत एक शेल्बी अस्पताल ले जाया गया। वहां उनका उपचार शुरू हुआ। इसके बाद उन्हें हेबतपुर रोड पर एक अन्य निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया क्योंकि 24 घंटे के बाद उनकी हालत बिगड़ गई।
निजी अस्पताल में पराग देसाई की सर्जरी की गई लेकिन दुर्भाग्य से, देसाई की स्वास्थ्य जटिलताएं घातक साबित हुईं और रविवार को उनका निधन हो गया। प्रसिद्ध चाय समूह की चौथी पीढ़ी के उद्यमी देसाई ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में लॉन्ग आइलैंड विश्वविद्यालय से एमबीए किया था। उन्होंने वाघ बकरी चाय समूह के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके बिक्री, विपणन और निर्यात विभाग का नेतृत्व देखते थे। देसाई न केवल चाय के व्यापार को लेकर बहुत गंभीर थे और साथ में स्थिरता परियोजनाओं में भी सक्रिय रूप से शामिल थे और यात्रा और वन्यजीवों में उनकी रुचि थी।
2000 करोड़ से ज्यादा का कारोबार
वर्ष 1995 में कंपनी में शामिल होने के बाद, जब इसका बाजार मूल्य 100 करोड़ रुपये से भी कम था, देसाई ने वाघ बकरी चाय समूह को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके ही नेतृत्व का कमाल रहा कि कंपनी आज भारत की अग्रणी डिब्बाबंद चाय कंपनियों में से एक बन गई है और उसका कारोबार 2,000 करोड़ रुपये से अधिक है और 5 करोड़ किलोग्राम से अधिक चाय वितरित कर रही है।
वाघ बकरी चाय समूह भारत के 24 राज्यों में काम करता है और लगभग 60 देशों को अपने उत्पादों का निर्यात करता है।