जयपुर। राज्यपाल और कुलाधिपति कलराज मिश्र ने सभी विश्वविद्यालयों को एक डेशबोर्ड पर लाए जाने की आवश्यकता जताई है। राज्यपाल ने कुलपतियों को अव्वाहन किया कि सभी विश्वविद्यालय इंटीग्रेटेड यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम को लागू करें, ताकि सभी विश्वविद्यालयों को समन्वित रूप से एक इंटीग्रेटेड पोर्टल से जोड़ा जा सके।
मिश्र बुधवार को राजभवन से प्रदेश के सभी 27 कुलपतियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद किया और कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न हुई विषम परिस्थितियों में राज्य सरकार की नीति के अनुसार परीक्षा, परिणाम और प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करके फिर से शैक्षणिक माहौल बनाएं।
इस समय विश्वविद्यालयों को संसाधनों का समुचित उपयोग कर योजनाबद्ध परीके से कार्य करना होगा और शैक्षणिक उत्थान के लिए आने वाले परिवर्तनों का अध्ययन कर भविष्य की चुनौतियों का मुकाबला करने की रणनीति बनाएं।
मिश्र ने कहा कि आने वाला समय चुनौतिपूर्ण है और शिक्षा के तरीकों को बदलना होगा। छात्रों से निरंतर संवाद करना होगा। संवाद के तरीके व लक्ष्य भी तय करने होंगे। अधिकांश विश्वविद्यालय ऑफ लाइन परीक्षा कराना चाहते हैं। इसके लिए विद्यार्थियों व शिक्षकों को सुरक्षा के प्रति सावधानियों को आवश्यक रूप से सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
सेनेटाइजेशन व थर्मल स्केनिंग की व्यवस्था होना आवश्यक है। सभी की सुरक्षा आवश्यक है, इसलिए केंद्र व राज्यसरकार द्वारा प्रदत्त मेडीकल एडवाइजरी का पालन कर परीक्षा कार्य संपादित कराए जाने चाहिए।
बनेंगे संविधान पार्क
राज्यपाल ने निर्देश दिए कि सभी विश्वविद्यालयों में एक बीघा भूमि में संविधान पार्क बनाए जाएं। इनमें संविधान की प्रस्तावना, मूल अधिकार और कर्तव्यों के मॉडल के साथ संविधान स्तम्भ भी बनेंगे। इस संविधान स्तम्भ में संविधान के 22 भागों के दिग्दर्शन होंगे। विद्यार्थियों के लिए एक स्थान पर संविधान की सम्पूर्ण जानकारी होना आवश्यक है। राजभवन में भी एक पार्क बनाया जाएगा, जिसमें सभी विश्वविद्यालयों द्वारा बनाए गए मॉडल स्थापित होंगे।
तीन काम जरूरी होंगे
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में सोलर पैनल, वॉटर हार्वेस्टिंग और जल व ऊर्जा की ऑडिट कराने के निर्देश दिए। मानसून से पूर्व जल संचयन की व्यवस्था जरूरी है।