तीर्थनगरी वृंदावन में एक पुरानी इमारत का हिस्सा गिरने से कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई। जिस वक्त घटना हुई, उस वक्त मकान के पास से दर्जनों श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर के लिए गुजर रहे थे।
यह हादसा ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर से करीब डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर हुआ, जहां एक पुराने मकान की छत पर बनी दीवार और छज्जा अचानक गिर गये। इसके मलबे में दबने से 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 गंभीर रुप से घायल हैं। जिलाधिकारी ने कहा है कि घटना की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
मौके पर पहुंचे आला अधिकारी
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के पास ही स्नेहबिहारी मंदिर क्षेत्र में एक जर्जर मकान था। इसमें स्थित दुकानों की छत पर दीवार बनी थी। यहीं शाम साढ़े पांच बजे बंदर झगड़ रहे थे, तभी दीवार गिर गई। इसके मलबे में दबकर बांके बिहारी मंदिर जा रहे देवरिया के करन झा, भगवानपुर निवासी चंदन राय, वृंदावन निवासी अंजु मुरगई, कानपुर के जरौली निवासी रश्मि गुप्ता व गीता कश्यप और कानपुर नगर बंबुराहिया कालोनी के अरविंद कुमार की मृत्यु हो गई। वहीं, वृंदावन की आकांक्षा मुरगई और सारांश मुरगई, कानपुर के जरौली फेस दो निवासी अनामिका, फिरोजाबाद के खुशीपाल और फरीदाबाद के पंकज मारग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही डीएम पुलकित खरे और एसएसपी शैलेश पांडेय घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
क्या थी वजह?
घटना स्थल पर पहुंचे डीएम पुलकित खरे ने बताया कि मृतकों के स्वजन को मुआवजा दिलाने की संस्तुति की जाएगी। बता दें कि पिछले साल भी वृंदावन में हादसे में श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई थी। वहीं, सांसद हेमा मालिनी ने जागरण को फोन पर बताया कि उन्होंने करीब एक माह पहले बांके बिहारी मंदिर के आसपास गलियों का निरीक्षण किया था और जर्जर बिल्डिंग को लेकर नगर निगम और विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से उन्हें गिराने को कहा था। डीएम ने भी बताया कि नगर निगम ने कई इमारतों के स्वामियों को कुछ दिन पूर्व नोटिस दिया था।