टेक्नोलॉजी

सुनीता विलियम्स जैसा बनने के लिए क्या चाहिए? : NASA की सुविधाएं, अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण और अंतरिक्ष के बाद का जीवन..

नयी दिल्ली। सुनीता विलियम्स 19 मार्च 2025 को पृथ्वी पर लौटने की तैयारी कर रही हैं। लेकिन अंतरिक्ष से लौटना कोई आसान काम नहीं होता। महीनों तक सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण (microgravity) में रहने से शरीर पर गहरा असर पड़ता है — हड्डियों की मजबूती घट जाती है, मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, दृष्टि पर असर पड़ता है, और हृदय प्रणाली पर दबाव बढ़ता है।
साथ ही, अंतरिक्ष में रेडिएशन (विकिरण) के संपर्क में रहने से कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। जब अंतरिक्ष यात्री धरती पर वापस आते हैं तो उन्हें संतुलन और समन्वय में कठिनाई होती है। मानसिक रूप से भी ये यात्रा चुनौतीपूर्ण होती है — लंबी अवधि तक पृथ्वी से दूर रहना मनोवैज्ञानिक दबाव पैदा करता है।
तो आखिर क्यों लेते हैं अंतरिक्ष यात्री इतने जोखिम?
क्योंकि NASA सुनिश्चित करता है कि जोखिम के बदले पुरस्कार भी उतने ही बड़े हों।
NASA अंतरिक्ष यात्रियों के लिए क्या करता है?
NASA अपने अंतरिक्ष यात्रियों को इन कठिन परिस्थितियों के लिए विशेष रूप से तैयार करता है। इसके तहत:
• विश्व-स्तरीय मेडिकल देखभाल
• स्वास्थ्य बीमा और पुनर्वास कार्यक्रम
• मिशन से पहले, दौरान और बाद में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सपोर्ट
NASA अपने अंतरिक्ष यात्रियों और उनके परिवारों को विशेष मेडिकल स्क्रीनिंग, फिटनेस प्रोग्राम और साइकोलॉजिकल सपोर्ट देता है ताकि वे हर चरण में खुद को बेहतर ढंग से संभाल सकें।
वेतन की बात करें तो, सुनीता विलियम्स जैसी NASA की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री को $100,000 से $152,258 प्रति वर्ष तक सैलरी मिलती है। उन्हें Federal Employees Retirement System (FERS) का लाभ मिलता है जिसमें 401(k)-जैसी सेविंग्स योजना और पेंशन शामिल होती है।
इसके अलावा, वे विदेशी प्रशिक्षण और असाइनमेंट के लिए यात्रा और आवास भत्ता भी प्राप्त करते हैं।
लेकिन इन आर्थिक सुविधाओं से बढ़कर, उन्हें जो सबसे बड़ी चीज़ मिलती है वो है —
वैश्विक पहचान
उत्कृष्ट करियर अवसर
पब्लिक स्पीकिंग, किताबें, और नेतृत्व के नए अवसर
सुनीता विलियम्स जैसा बनने के लिए क्या चाहिए?
NASA का अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए कुछ विशेष योग्यताएँ और क्षमताएँ जरूरी होती हैं:
• STEM विषयों में डिग्री: इंजीनियरिंग, बायोलॉजिकल साइंस, फिजिकल साइंस, कंप्यूटर साइंस या गणित में स्नातक (Bachelor’s) और अधिमानतः मास्टर डिग्री।
• पेशेवर अनुभव: कम से कम 3 साल का अनुभव या यदि पायलट बनना चाहते हैं, तो 1000 घंटे का जेट विमान उड़ाने का अनुभव आवश्यक है।
• शारीरिक फिटनेस: उम्मीदवार को NASA का लॉन्ग ड्यूरेशन स्पेसफ्लाइट फिजिकल टेस्ट पास करना होता है।
• भाषा कौशल: खासकर रूसी भाषा का ज्ञान फायदेमंद होता है क्योंकि ISS (International Space Station) रूस की अंतरिक्ष एजेंसी Roscosmos के साथ साझेदारी में संचालित होती है।
इनाम क्या है?
अगर कोई इन सब चुनौतियों को पार कर लेता है, तो उसे मिलता है:
अंतरिक्ष से धरती को देखने का दुर्लभ सौभाग्य
मानव अंतरिक्ष अन्वेषण के सबसे आगे काम करने का अवसर
भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं को आकार देने में योगदान देने का सम्मान

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