प्रशासन की चेतावनी के बावजूद जेसीटीएसएल कर्मचारियों की हड़ताल शुरू, प्रशासन से वार्ता रही बेनतीजा
जयपुर (Jaipur ) शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली लो-फ्लोर बसों (Low floor buses) के चक्के गुरुवार, 21 अक्टूबर को कर्मचारियों की हड़ताल के कारण थम गए। जेसीटीएसएल एंप्लाइज यूनियन अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं, जिससे जयपुर में 250 लो-फ्लोर बसों का संचालन बंद हो गया। जेसीटीएसएल एंप्लाइज यूनियन के बैनर तले करीब 1140 कर्मचारी आज से हड़ताल पर उतर गए। इस हड़ताल के चलते दो लाख से अधिक यात्री (passengers) परेशान रहे।
हड़ताली कर्मचारियों ने टोडी हरमाड़ा डिपो पर एकत्रित होकर जेसीटीएसएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उधर हड़ताल शुरू होने के बाद जेसीटीएसएल प्रबंधन की ओर से कर्मचारी यूनियन से वार्ता भी की गई, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही। सचिवालय में हुई वार्ता में प्रबंधन की तरफ से स्वायत्त शासन सचिव और जेसीटीएसएल के अध्यक्ष भवानी देथा, जेसीटीएसएल विशेषाधिकारी अशोक शर्मा और नगर निगम ग्रेटर के अतिरिक्त आयुक्त बृजेश चांदोलिया शामिल हुए, वहीं यूनियन की तरफ से अध्यक्ष विपिन चौधरी, महासचिव चंद्रप्रकाश धाकड़ और जनसंपर्क सचिव महेश ओला शामिल हुए।
अध्यक्ष विपिन चौधरी ने बताया कि प्रबंधन के साथ वार्ता विफल रहने के कारण जेसीटीएसएल के कर्मचारी शुक्रवार को दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहेंगे। उल्लेखनीय है कि जेसीटीएसएल कर्मचारी लंबे समय से अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। कर्मचारियों की मांग है कि सातवें वेतनमान को लागू किया जाए, बकाया बोनस और एरियर का भुगतान किया जाए, मुख्यालय में लगे परिचालकों से पदअनुरूप कार्य कराए जाएं, इसके साथ ही नई भर्ती समेत 9 सूत्रीय मांगे हैं, जिन्हें लेकर कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू की है।
उधर कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए जेसीटीएसएल प्रबंधन ने अनुपस्थित होने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए हैं। जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के आदेश के मुताबिक 21 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को प्रस्तावित हड़ताल के दौरान वाहन संचालन पर नजर रखते हुए बस चालक-परिचालकों की ड्यूटी सुनिश्चित की गई है। अगर कोई भी कर्मचारी अनुपस्थित पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारियों को अवकाश भी नहीं दिया जाएगा। प्रबंधन की ओर से कार्रवाई के आदेश देने के बाद कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।
यात्री हुए परेशान
लो फ्लोर बसों की हड़ताल के कारण गुरुवार को शहरभर में यात्री परेशान रहे। हड़ताल का सीधा असर करीब 2 लाख यात्रियों पर पड़ा। बसों की हड़ताल के कारण ऑटो वालों की चांदी हो गई। इस दौरान यात्रियों से मुंहमांगा किराया वसूला गया। प्राइवेट सिटी बसों में यात्रियों की भारी भीड़ रही।