क्राइमजयपुर

आय से अधिक संपत्ति मामले में अधिशाषी अभियंता के 5 ठिकानों पर छापेमारी, वैद्य आय से 334 गुना अधिक पाई संपत्ति

एक सहायक उपनिरीक्षक, एक पटवारी और एक सहायक उपनिरीक्षक के दो दलालों को किया गिरफ्तार

जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) एक बार फिर एक्शन में आ गई है। गुरुवार को एसीबी ने प्रदेशभर में एक के बाद एक चार कार्रवाई की। इनमें सबसे प्रमुख कार्रवाई आबूरोड में आय से अधिक संपत्ति मामले में पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता के ठिकानों की तलाशी है।

एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि एसीबी मुख्याल के निर्देशों पर इंटेलिजेंस इकाई ने कार्रवाई करते हुए पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता रमेशचंद बराड़ हाल स्थानांतरण डूंगरपुर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर उसके पांच ठिकानों की जांच की है। ब्यूरो की प्रथम सूचना रिपोर्ट के आकलन में बराड़ द्वारा लगभग 10.42 करोड़ रुपए की परिसंपत्तियां अर्जित करने का अनुमान है, जो उनकी वैद्य कमाई से 334 प्रतिशत अधिक है।

बराड़ द्वारा अपनी अवैध कमाई को क्रेशर, माइनिंग व शिक्षण संस्थाओं के संचालन में निवेश करने की जानकारी सामने आई है। एसीबी द्वारा इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।

एक कार्रवाई में एसीबी की जयपुर देहात इकाई ने अलवर में कार्रवाई करते हुए थाना खेरली के सहायक पुलिस उपनिरीक्षक प्रहलाद मीणा को परिवादी से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। परिवादी के परिवार खिलाफ दर्ज मुकद्दमे में आरोपियों के नाम हटाने और उसके द्वारा दर्ज कराए गए मुकद्दमे कार्रवाई करने के एवज में 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगकर परेशान किया जा रहा था।

एसीबी की उदयपुर इकाई ने उदयपुर जिले के पटवार हल्का सीसारमा के पटवारी योगेश नागदा को परिवादी से 2500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। परिवादी के भूखंड की रजिस्ट्री कराने के बाद नामांतरण खोलने के एवज में पटवारी द्वारा रिश्वत की यह रकम मांग कर परेशान किया जा रहा था।

एसीबी जोधपुर ग्रामीण इकाई द्वारा दो दलालों ई-मित्र संचालक ताराराम और बीरबल निवासी धोरीमन्ना को रिश्वत की रकम प्राप्त करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पुलिस थाना धोरीमन्ना में परिवादी के भतीजे के खिलाफ दर्ज प्रकरण में मुल्जिम का नाम निकालने के एवज में अनुसंधान अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक मगन खान के नाम पर 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग कर दोनों दलाल परिवादी को परेशान कर रहे थे। एसीबी इस मामले में मगन खान की भूमिका की जांच कर रही है।

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