जयपुर

कांग्रेस-भाजपा की आदिवासियों पर नजर, चार राज्यों के चुनावों में होता है असर

गांधी के देश के PM होने के कारण होता है आपका दुनिया में स्वागत- बोले गहलोत तो मोदी ने की गहलोत की तारीफ

जयपुर। चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में चुनावों असर डालने वाले आदिवासी समाज पर भाजपा और कांग्रेस की नजर है। यही कारण है कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तीन राज्यों के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आदिवासियों की शहीद स्थली मानगढ़ धाम में एकसाथ मंच साझा किया।

गुजरात विधानसभा चुनावों का ऐलान होने वाला है और उसके बाद राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के चुनाव भी अगले वर्ष होने वाले हैं। मानगढ़ धाम का यह दौरा इन चुनावों पर काफी असर डालने वाला साबित होगा। जो पार्टी आदिवासी समाज को अपनी तरफ खींचने में कामयाब होगा, उस पार्टी को इन चार राज्यों के चुनावों में काफी बढ़त मिल सकती है।

मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की पिछले काफी समय से मांग उठ रही थी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तो इस कार्यक्रम से पहले ही पीएम मोदी से इसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की अपील की थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पीएम मोदी ने तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आपसी बातचीत के बाद रिपोर्ट मांगी है।

इस दौरान पीएम मोदी ने ‘मानगढ़ धाम की गौरव गाथा’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘केंद्र सरकार मानगढ़ धाम के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।’ मोदी ने ‘मानगढ़ धाम की गौरव गाथा’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘भारत का अतीत, इतिहास, वर्तमान और भविष्य आदिवासी समाज के बिना कभी पूरा नहीं होता। आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ में हम सभी का मानगढ़ धाम आना सुखद है। मानगढ़ धाम जनजातीय वीर-वीरांगनाओं के तप, त्याग, तपस्या और देशभक्ति का प्रतिबिंब है। यह राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की साझी विरासत है। गोविंद गुरू जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी भारत की परंपराओं और आदर्शों के प्रतिनिधि थे। वह किसी रियासत के राजा नहीं थे लेकिन वह लाखों आदिवासियों के नायक थे। अपने जीवन में उन्होंने अपना परिवार खो दिया लेकिन हौसला कभी नहीं खोया। आज से कुछ दिन बाद ही 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर देश जनजातीय गौरव दिवस मनाएगा। आदिवासी समाज के अतीत और इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने के लिए, आज देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित विशेष म्यूजियम बनाए जा रहे हैं।’

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि, ‘मानगढ़ धाम को भव्य बनाने की इच्छा सबकी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र आपस में चर्चा कर एक विस्तृत प्लान तैयार करें और मानगढ़ धाम के विकास की रूपरेखा तैयार करें। चार राज्य और भारत सरकार मिलकर इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। नाम भले ही राष्ट्रीय स्मारक दे देंगे या कोई और नाम दे देंगे।’

इस दौरान मोदी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए कहा कि, ‘जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब मैंने और अशोक गहलोत जी ने साथ-साथ काम किया था। अशोक गहलोत हमारी जमात में सबसे सीनियर थे। अभी भी जो हम मंच पर बैठे हैं, उन सबमें अशोक गहलोत सबसे सीनियर मुख्यमंत्री हैं।’ इससे पूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘आज दुनिया में हमारे मुल्क की पहचान और जो मान-सम्मान है वो कहां से कहां पहुंच गया। कहां तो हम गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए थे जिसकी कहानी हम यहां बैठ कर कर रहे हैं, और आज देश कहां से कहां पहुंच गया है।

गहलोत ने तंज कसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब दुनिया के अलग अलग देशों में जाते हैं तो उन्हें बहुत सम्मान मिलता है क्योंकि नरेंद्र मोदी उस देश के प्रधानमंत्री है जो महात्मा गांधी का देश है। जहां लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हैं, गहरी हैं, 70 साल के बाद भी वहां लोकतंत्र जिंदा रहा है।’ ‘मानगढ़ धाम के इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। हमने PM से अपील की है कि इसे राष्ट्रीय स्मारक बनाया जाए। आदिवासी समाज आजादी की जंग लड़ने के मामले में किसी से पीछे नहीं था।’

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