जयपुर

बेटियों के बेचान पर भाजपा ने कांग्रेस सरकार को घेरा

सांसद राज्यवर्धन सिंह ने कहा लाचार सीएम गहलोत के राज में स्टांप पेपरों पर नीलाम हो रही है बेटियां

जयपुर। कानून व्यवस्था को लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हमेशा आक्रामक रही भाजपा ने अब सरकार को बेटियों के बेचान के मामले में घेरा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि जहां प्रदेश में बहने भाईदूज जैसा पवित्र त्यौहार मना रही हैं, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के राज में बच्चियों को बाजारों में बेचा जा रहा है और नाबालिक बच्चियों को गुलाम बनाने का घृणित अपराध हो रहा है।

उन्होंने कहा कि इन घटनाओं की तुलना करे तो ऐसी घटनाएं आईएसआईएस और तालिबान के राज में होती है, सीरिया- इराक में जिस तरह मासूम लड़कियों को ‘गुलाम’ बनाया जा रहा है, वैसा ही घिनौना जुर्म राजस्थान के आधा दर्जन जिलों में हो रहा हैं।

भाजपा मुख्यालय पर शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि नाबालिक लड़कियों को स्टांप पेपर पर नीलामी कर बेचा जा रहा है। कांग्रेस राज में बेटियों को अन्य राज्यो और विदेश तक भेजा जा रहा है पुलिस ने दबाव और भय के कारण इन मामलों में एक भी एफआईआर दर्ज नहीं की है। उन्होंने कहा कि खरीद फरोख्त में लिप्त अपराधी मासूम बच्चियों को हारमोंस विकसित करने के इंजेक्शन देकर उम्र से पहले व्यस्क बनाने का घिनौना कृत्य कर रहे हैं ऐसे गंभीर अपराध पर राज्य सरकार को पोक्सो एक्ट लगाकर तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए।

राठौड़ ने कहा कि बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर छपी अखबार की कतरने दिखाते हुए कहा प्रदेश के मुखिया बिगड़ी कानून व्यवस्था को सुधारने में पूर्णतया असंवेदनशील है उनकी असंवेदनशीलता का पता इस बात से लगता है कि जब केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गृह मंत्रियों की मीटिंग बुलाई जाती है तो वह उसमें सीएम गहलोतहर बार नदारद रहते हैं। जबकि दूसरी और अशोक गहलोत चुनावी प्रचार और सरकार सत्ता बचाने के षडयंत्रों में पूरा समय देते है। यह बेहद गैर जिम्मेदाराना है क्योंकि जब प्रदेश के हालात ऐसे हो कि प्रदेश में महिला अपराध व बाल अपराध चरम पर है प्रतिदिन 14 बच्चे मिसिंग हो रहे हैं प्रदेश लूट, डकैती, बलात्कार, गुंडागर्दी का गढ़ बन चुका है जिससे जनता लाचार है।

राठौड़ ने कहा कि हम यह भी सुनते हैं कि पुलिस बंदी बनी हुई हैं। पुलिस दबाव में आ जाती है। वह किसके दबाव में आ जाती है? इस घिनौनी हरकत के लिए किसका संरक्षण मिला हुआ है ? भीलवाड़ा के मांडलगढ़-जाहजपुर में सुनते हैं नेशनल हाईवे पर इस तरह की हरकतें होती हैं। फेक आधार कार्ड बना दिए गए हैं। कोई ईमानदार पुलिसवाला एक्शन लेता है और आरोपियों को पकड़ भी लेता है, तो फेक आधार कार्ड लेकर अपने आप को बच्चियों का मां-बाप दिखाने के लिए आ जाते हैं।

इस मामले में लोग चुप बैठे हुए हैं, लेकिन प्रशासन और सरकार चला रहे राजनेता चुप क्यों हैं। स्टाम्प पेपर पर गोदनामा हो जाता है। ये किस तरह का गोदनामा है, जिसके जरिए 8 साल से 18 साल तक की बेटियों को वहां पर बेचा जा रहा है। किसी आदमी ने गलती से उधार ले लिया, तो उस पर पैसा नहीं चुका पाने पर जुर्माना लगाया जाता है। एक गैर सरकारी संस्था वहां आकर लोगों पर जुर्माना लगाती है। जुर्माना नहीं भर पाते, तो एजेंट उनके पास आ जाते हैं, जो गोदनामा बनवाकर बच्चियों की खरीद फरोख्त करवाते हैं।

राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में अपहरण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। औसत तौर पर रोजाना 14 बच्चे मिसिंग होते हैं। एक महीने में 400 लड़कियां राजस्थान में गुम हो जाती हैं। पूरे देश के आंकड़ों में राजस्थान का नाम बहुत ऊपर हो रहा है। रेप में राजस्थान का नम्बर सबसे ऊपर है। बेटियां गायब हो रही हैं उसमें भी राजस्थान का नम्बर और प्रतिशत बढ़ता जा रहा है। ये हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।

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