प्रशासन

भामाशाहों के सहयोग से जयपुर जिला प्रशासन ने शुरू किया अभियान, 5300 कुपोषित एवं 883 अति कुपोषित बच्चों को वितरित किया जाएगा लाडेसर किट

जयपुर। राज्य सरकार के निर्देशों की अनुपालना में जयपुर जिला प्रशासन द्वारा सोमवार को कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए लाडेसर अभियान का शुभारंभ किया गया। अभियान के तहत स्वस्थ बचपन के सपने को साकार करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न दिशा में प्रयास किये जाएंगे।
महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक अरशदीप बरार ने बताया कि अभियान के तहत आगामी तीन माह तक प्रतिमाह जिले में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत बच्चों में से चिन्हित 5300 कुपोषित एवं 883 अति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए भामाशाहों के सहयोग से जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के नेतृत्व में लाडेसर किट का वितरण करवाया जाएगा। अभियान के तहत कम एवं अति कम वजन वाले बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण पर निगरानी रखी जाएगी। जिला कलक्टर ने लाडेसर अभियान में अपनी बहुमूल्य भागीदारी निभाने वाले सभी भामाशाहों का आभार व्यक्त किया है।
पोषण से भरपूर है लाडेसर किट
लाडेसर किट की सामग्री में प्राकृतिक रूप से प्रोटीन, कार्बोहाड्रेट, विटामिन्स, वसा, आयरन एवं अन्य पोषक तत्व शामिल किये गए हैं। पोषण किट की एक माह की खुराक के तहत लाडेसर खिचड़ी के लिए 250 ग्राम चनादाल, 250 ग्राम मोठ दाल एवं 1 किलोग्राम चावल तथा लाडेसर नाश्ते के लिए 250 ग्राम गुड़, 250 ग्राम मूंगफली एवं 500 ग्राम भूने हुए चने प्रदान किये जा रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक अरशदीप बरार ने बताया कि लाडेसर किट आगामी तीन माह तक प्रति माह प्रत्येक पात्र लाभार्थी को वितरण की जायेगी, जिसकी मॉनिटरिंग जिला प्रशासन एवं उपनिदेशक स्तर से अधीनस्थ बाल विकास परियोजना अधिकारी के माध्यम से प्रति सप्ताह की जायेगी। लाडेसर किट के उपयोग की सुनिश्चितता हेतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा बच्चों के माता-पिता से समझाइश की जाएगी एवं नियमित रूप से बच्चों की प्रति दस दिवस में वजन, ऊंचाई एवं लंबाई दर्ज की जाएगी।

Related posts

राजस्थान: 108 आईएएस के बाद 386 आरएएस अधिकारियों का ट्रांसफर

Clearnews

राजस्थानः मृतक शव न लेने वाले परिजन को एक साल कैद की सजा..धरना-प्रदर्शन करने पर दो साल की कैद

Clearnews

स्वतंत्रता दिवस पर सीएम अशोक गहलोत ने लगायी घोषणाओं की झड़ी

Clearnews