प्रशासन

महाकुंभ भगदड़: यूपी सरकार ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महा कुंभ मेले में हुई भगदड़ की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा की है। इस हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई थी। जांच आयोग में न्यायमूर्ति हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वी.के. गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस वी.के. सिंह शामिल हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “ये घटनाएं दिल दहला देने वाली हैं और एक सबक भी हैं। लेकिन हमें इस घटना की जड़ तक पहुंचना होगा और इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने न्यायिक जांच का फैसला किया है। प्रशासन द्वारा कई स्तरों पर समीक्षा और सतर्कता बरतने के बावजूद ऐसी घटनाएं होती हैं… इसी कारण हमने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है, जिसमें न्यायमूर्ति हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वी.के. गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस वी.के. सिंह शामिल हैं।”
अधिकारियों के अनुसार, बुधवार तड़के महा कुंभ मेले के दौरान भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। यह भगदड़ संगम क्षेत्र में उस समय हुई जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र स्नान के लिए उमड़ पड़े। मौनी अमावस्या को कुंभ मेले के सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) वैभव कृष्ण ने शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने कहा, “यह घटना रात 1 बजे से 2 बजे के बीच भीड़ के अत्यधिक दबाव के कारण हुई। भीड़ ने बैरिकेड तोड़ दिए और दूसरी ओर कूदने लगी, जिससे वहां इंतजार कर रहे लोग कुचल गए। 90 से अधिक घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से 30 की मौत हो गई।”
मेले और अखाड़ों के क्षेत्रों में भीड़ प्रबंधन के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे, लेकिन भारी भीड़ के दबाव के कारण वे गिर गए।
क्या हुआ था?
अधिकारियों के अनुसार, भगदड़ तब हुई जब कई श्रद्धालु संन्यासियों के पवित्र स्नान के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए लगाए गए बैरिकेड्स को पार करने की कोशिश कर रहे थे।
कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जलस्नान के रास्ते बंद कर दिए गए थे, जिससे भारी भीड़ वहीं रुक गई। घुटन के कारण कुछ लोग बेहोश होने लगे, जबकि अन्य घबराहट में धक्का-मुक्की करने लगे और किसी तरह बाहर निकलने के लिए लोगों के ऊपर चढ़ने लगे।
कुछ अन्य लोगों ने बताया कि पीछे से अचानक भारी धक्का आया, जिससे वे एक तरफ बैरिकेड्स और दूसरी तरफ लाठी लिए खड़े पुलिसकर्मियों के बीच फंस गए।
एक अस्पताल अधिकारी ने बताया कि कई घायलों की हड्डियां टूट गई हैं और कुछ लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।

Related posts

शीतलहर और घने कोहरे के चलते जयपुर कलेक्टर ने 13 जनवरी तक स्कूलों में की छुट्टी की घोषणा

Clearnews

हरियाणा दिवस पर हरियाणा सरकार ने शिक्षा विभाग में 450 अधिक को बनाया प्रिंसिपल

Clearnews

Rajasthan: मुख्य सचिव सुधांश पंत ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी और कर्माचारियों सम्मानित किया

Clearnews