जयपुर

यूपीए गवर्नमेंट की योजनाओं को बदल कर मोदी जी ने काम चलाया, नड्ढ़ा के जयपुर में दिए बयान पर गहलोत का पलटवार

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनावों में अभी एक साल का समय शेष है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस में वार—पलटवार की राजनीति तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के योजनाओं के नाम बदलने वाले बयान पर पलटवार किया और कहा कि यह तो हमारा आरोप उनके ऊपर है। जो यूपीए गवर्नमेंट की योजनाएं थी, उनका नाम बदल बदल कर मोदी जी ने काम चलाया है। नड्डा साहब को मालूम होना चाहिए। गहलोत ने कोटा सर्किट हाउस से एयरपोर्ट रवाना होते वक्त मीडिया से यह बात कही।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 1 दिसंबर को जयपुर के दशहरा मैदान में जन आक्रोश यात्र की जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि योजनाओं का नाम बदलने से सरकार की नीयत और औकात पता चल जाता है। इनमें खुद करने का दम नहीं होता, वो नाम बदलने की राजनीति करते हैं। राजस्थान की गहलोत सरकार बीजेपी सरकार की योजनाओं के नाम बदलने का काम कर रही है।

गहलोत ने कहा कि बीजेपी की जन आक्रोश यात्रा फेल हो रही है और उससे लोग जुड़ नहीं रहे हैं। जनता तब जुड़ती है। जब मुद्दे हों। हमने मुद्दों का मौका ही नहीं दिया। वो क्या संघर्ष करेंगे, क्या विरोध करेंगे। अब चुनाव आए हैं। चुनाव जीतने के लिए वो झूठ बोलते हैं कि बैंकों का ऋण माफ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि 22 लाख लोगों के ऋण माफ हुए हैं। 1 से 6 लाख तक ऋण माफ हुए हैं। लोग उनके झूठ का पर्दाफाश, खुद ही कर रहे हैं।

गहलोत ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि डेमोक्रेसी के अंदर सरकारों को देखना चाहिए जनता का मुद्दा क्या है। अगर महंगाई का मुद्दा है, तो महंगाई कम करने का प्रयास करें। बेरोजगारी बढ़ रही है और नौजवान में असंतोष है, तो प्रयास करो उनकी सरकारी गैर सरकारी नौकरी लगे। देश में शांति सद्भाव रहे।

अगर ज्यूडिशरी पर दबाव होगा तो आम आदमी कहां जाएगा। सरकार व पुलिस से न्याय नहीं मिलता तो ज्यूडिशरी के रास्ते खुले रहते हैं। अगर ज्यूडिशरी दबाव में काम करेगी तो देश के अंदर क्या होगा? ये सब देश में चिंता का विषय बने हुए हैं। गवर्नमेंट का ज्यूडिशरी, इलेक्शन कमीशन, ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई पर दबाव है। जो देश के अंदर अब मुद्दा बन चुका है। इन तमाम मुद्दों को लेकर राहुल गांधी निकल पड़े हैं। उससे केंद्र पर दबाव पड़ेगा। जब पब्लिक साथ होती है तो सब काम कामयाब होते है। हाड़ौती संभाग में यात्रा को लेकर अच्छा माहौल है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा से कोई भी जुड़ सकता है। चाहे वो सामाजिक संस्था हो, एनजीओ हो, जिनके विचार राहुल गांधी से मिलते हो। चाहे वो बीजेपी, आरएसएस के लोग की क्यों ना हो। वह भी अगर आना चाहे तो उनसे मना नहीं कर सकते।

गहलोत ने बताया कि 4 साल तक हमारी सरकार ने जो फैसले किए हैं। वह हिंदुस्तान की किसी राज्य में नहीं हुए है। इंक्लूडिंग ओपीएस, चिरंजीवी योजना, महिलाओं के लिए उड़ान योजना। जनता, सरकार के कामों से कन्वेंस है। हर विधानसभा क्षेत्र में जो मांगा हमने सब दिया।

Related posts

राजस्थान (Rajasthan) में 17 जिलों के 74 रॉयल्टी ठेकों (royalty contracts)की होगी ई-नीलामी (e- auction), 564 करोड़ रुपए से अधिक राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य

admin

राजस्थान में आगजनी से बचाव एवं प्रबंधन के प्रशिक्षण के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की गयीं

Clearnews

आवासन मंडल बना मैनेजमेंट गुरूओं के लिए केस स्टडी

admin