जयपुर

समुदाय विशेष के युवकों ने अलवर में पूर्व ग्रंथी के केश काटे, गर्दन काटने आए थे

जयपुर। नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद देशभर में हिंदु—मुस्लिम समुदाय के बीच बढ़ा वैमनस्य थमने का नाम नहीं ले रहा है। अल्पसंख्यक समुदाय की ओर से देशभर में लगातार बहुसंख्यक समुदाय के साथ हिंसा की वारदातें की जा रही है। अब सिख समुदाय भी निशाने पर आ रहा है। राजस्थान में उदयपुर के बाद अब अलवर से हैरान करने वाली खबर आई है। रामगढ़ थाना इलाके में गुरुवार रात गुरुद्वारे के पूर्व ग्रंथी के साथ एक समाज विशेष के लोगों ने मारपीट की और उनके केश काट दिए। पीड़ित के बयानों के अनुसार बदमाश उनकी गर्दन काटने की बात कर रहे थे, लेकिन आकाओं ने केवल केश काटने की बात कही।

धार्मिक सद्भाव को खत्म करने वाली यह वारदात अलवर जिले में मेवात क्षेत्र स्थित रामगढ़ में गुरुवार रात को पेश आई। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में तनाव फैल गया। सिख समाज के पूर्व ग्रंथी गुरुबख्श को बदमाशों ने रोका व उनकी आंखों पर पट्टी बांधकर उनके केश काट दिए। हमलावर उनकी गर्दन काटने की फिराक में थे, लेकिन पहचान में कमी के चलते उन्होंने मौके पर ही अपने साथियों को फोन किया। उन्हें गुरुबख्श की पूरी जानकारी दी, जिसके बाद केवल केश काटने के आदेश मिले। उसके बाद बदमाशों ने ग्रंथी के केश काटे और उनके साथ मारपीट की. गुरुबख्श का रामगढ़ के अस्पताल में इलाज चल रहा है।

रामगढ़ थाना इलाके के अलावड़ा गांव में मिलकपुर के रहने वाले सिख समाज के पूर्व ग्रंथी गुरुबख्श सिंह ने बताया कि मैं मिलकपुर से दवाई लेकर आ रहा था, इस दौरान रास्ते में कुछ बदमाशों ने मुझे हाथ देकर रोका। बदमाशों ने कहा कि उनके गांव का युवक एक लड़की को भगा ले गया है, वो रास्ते में पड़ा हुआ है, उसको उठाकर ले जाओ। जैसे ही गुरुबख्श उनके साथ जाने लगा, कुछ और युवक आ गए और उन्होंने उसको पकड़ लिया। गुरुबख्श ने कहा कि हमलावर मेरी गर्दन काटने के लिए आए थे, लेकिन जैसे ही उनको पता चला कि मैं सिख समाज का पुजारी हूं, इस पर उन्होंने जुम्मा नाम के व्यक्ति को फोन किया और पूरी जानकारी दी। इसके बाद बदमाशों ने मारपीट की और गर्दन काटने की बजाय केवल केश काटकर फरार हो गए। शोर मचाने पर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे व इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस अधीक्षक तेजस्वीनी गौतम ने घटनास्थल का दौरा किया। तेजस्विनी गौतम ने बताया कि रामगढ़ थाना क्षेत्र के अलावड़ा गांव के पास की घटना है। गुरुवार देर रात रामगढ़ थाने में मामला दर्ज कराया गया है। इस घटना के बाद से सिख समाज में रोष व्याप्त है। बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पर जमा हो गए और प्रशासन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने लगे। भारी पुलिस बल क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है। पुलिस मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपियों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

Related posts

राजस्थान (Rajasthan) में आज रात से सोमवार सुबह (Monday morning) तक वीकेंड कर्फ्यू (Weekend curfew), शनिवार को प्रदेश में कोरोना (corona) के 9676 नए मामले आए, 8 की मौत

admin

राजस्थान में ब्लैक फंगस के मरीजों को भी मिलेगा कोविड (Covid)के अनुरूप निशुल्क उपचार (free treatment)

admin

राजस्थान में 9वीं से 12वीं क्लास के लिए खुले स्कूल

admin