राजस्थान के पूर्व राज्यपाल (Former Governor of Rajasthan) और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री (former Chief Minister of Uttar Pradesh) कल्याण सिंह (Kalyan Singh) (89 वर्ष) नहीं रहे। शनिवार, 21 अगस्त को लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) में उनका निधन (passed away) हो गया। कल्याण सिंह के निधन से देश भर में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Modi), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा, राजस्तान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित अनेक राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है और श्रद्धांजलि अर्पित की है।
उल्लेखनीय है कि कल्याण सिंह बीती 4 जुलाई से ही अस्पताल में भर्ती थे। डॉक्टरों के अनुसार सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण उनका निधन हुआ है। उन्हें सघन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया था। चिकित्सा संस्थान के क्रिटिकल केयर, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, इंडोक्राइनोलॉजी सहित विभिन्न विभागों के प्रोफेसरों की टीम उनके इलाज में लगी हुई थी।
बीते दो दिन से उनकी स्थिति कुछ ज्यादा ही गंभीर हो गई थी। ऐसे में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी कुशक्षेम पूछने गये थे। उनकी हालत में किसी तरह का सुधार नहीं होने पर शनिवार शाम मुख्यमंत्री योगी फिर एसजीपीजीआई गए थे। आज जब रात्रि करीब सवा नौ बजे सिंह के निधन का समाचार आया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके गृहनगर में होगा।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजस्थान के पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उनका निधन राजनीति के एक युग का अवसान है।
राज्यपाल मिश्र ने उन्हें याद करते हुए कहा कि राजनीति की वह बड़ी शख्सियत ही नहीं थे बल्कि वह ऐसे जननेता थे जिन्हें जनता मन से प्यार करती थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश में श्री कल्याण सिंह के मुख्यमंत्रीत्व और अपने अध्यक्ष पद रहते के समय को स्मरण करते हुए कहा कि राजनीति में दृढ़ निश्चय और संकल्प रख कार्य करने वाले और रिश्तों की गरिमा निभाने वाले वह विरल व्यक्तित्व थे। भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि आरम्भ से ही आत्मीयता के साथ छोटे भाई सा स्नेह उन्होंने दिया। उनका जाना अपने अस्तित्व से जुदा होने जैसा है। राज्यपाल मिश्र ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने तथा परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
कल्याण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘कल्याण सिंह जी के निधन से मैं दुखी हूं। वे राजनेता, ज़मीनी स्तर के नेता और महान इंसान थे। उत्तर प्रदेश के विकास में उनका अमिट योगदान है। उनके पुत्र राजवीर सिंह से बात हुई और संवेदना व्यक्त की।’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘कल्याण सिंह जी के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है। उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असंभव है। ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे।’
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा, ‘कल्याण सिंह जी के निधन से आज हमने एक ऐसा विराट व्यक्तित्व खो दिया जिसने अपने राजनीतिक कौशल, प्रशासकीय अनुभव और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण से राष्ट्रीय स्तर पर एक अमिट छाप छोड़ी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।’
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘कल्याण सिंह दो महीने से अस्वस्थ थे। उन्होंने आज रात सवा नौ बजे आखिरी सांस ली। हम सभी दुखी है। मैं दिवंगत आत्मा के लिए शांति की कामना करता हूं। प्रदेश में तीन दिन का शोक है।’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘राजस्थान के पूर्व राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन से दुखी हूं। उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदना है। ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करें। दिवंगत आत्मा को शांति मिले।’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘हमारे वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत व्यथित हूं। जनसंघ और भाजपा को उत्तर प्रदेश में खड़ा करने में कल्याण सिंह जी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है।’