जयपुर। पोलियो दिवस 27 फरवरी को राजस्थान में हजारों नौनिहाल पोलियो की दवा गटकेंगे। चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने 27 फरवरी (पोलियो दिवस) को प्रदेशवासियों से 5 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बच्चों को दवा पिलाकर ही पोलियो का उन्मूलन किया जा सकता है।
मीणा ने बताया कि अभियान के सफल आयोजन के लिए प्रदेश भर में 54 हजार 627 पोलियो बूथ स्थापित किये गये हैं। इसके अलावा 2 हजार 215 ट्रांजिट टीम और 3 हजार 381 मोबाइल टीम बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि प्रथम दिवस बूथ पर और छूटे हुए बच्चों को अगले 2 दिवस स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर दवा पिलाई जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में पोलियो का अंतिम मामला नवम्बर 2009 में सामने आया। इसके बाद से अब तक पोलिया का एक भी प्रकरण सामने नहीं आया है। फिर भी पड़ौसी राज्यों में विगत वर्षों में पाए गए पोलियो को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। हमारे देश में जनवरी 2011 के बाद पल्स पोलियो का नया केस नहीं पाया गया। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 27 मार्च 2014 को भारत पोलियो मुक्त घोषित किया गया।
मीणा ने बताया कि मिशन इंधनुष 4.00 का दूसरा चरण 7 मार्च से आयोजित किया जाएगा। इसमें नियमित टीकाकरण से छूट रहे 2 साल तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सम्बंधित टीके लगाए जाएंगे। इस वर्ष का पहला चरण 7 फरवरी से आयोजित किया जा चुका है और तीसरा चरण 4 अप्रैल से संचालित किया जाएगा।
गौरतलब है कि वर्ष 1995 से प्रारम्भ किये गये पल्स पोलियो कार्यक्रम का यह 27वां वर्ष है। इन 27 वर्षो में भारत देश ने पोलियो उन्मूलन में अविश्वसनीय सफलता प्राप्त की है।