जयपुर। राजस्थान में रहने वाली वंचित घुमंतु जातियों के लोगों को खाद्य सुरक्षा गारंटी कानून से विशेष रूप से जोड़ा जाएगा। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बुधवार को सिविल लाइंस के बाल निवास गार्डन में राजधानी जयपुर और प्रदेश भर से आए घुमंतु एवं अर्ध घुमंतु विमुक्त जातियां संयुक्त मोर्चा राजस्थान सम्मेलन में आए हुए लोगों संबोधित करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में ढोली, राणा, भाट, सपेरा, बंजारा, बावरी सहित 50 से अधिक घुमंतू जातियां प्रदेश भर में लाखों की तादाद में रहती हैं।
इन जातियों को केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं का पूर्ण लाभ आज तक नहीं मिला है। खाचरियावास ने कहा कि यह सच है कि घुमंतू जातियां आज भी गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी से पीडि़त है। राजस्थान में रहने वाली वंचित घुमंतु जातियों के लोगों को खाद्य सुरक्षा गारंटी कानून से विशेष रुप से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीति कोई भूखा नहीं सोए, हमेशा सब को रोजगार मिले तथा सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ी गरीब जातियों को उनका पूरा अधिकार मिले।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा घुमंतू जातियों के लिए विशेष योजनाएं बनाकर उनके कल्याण के लिए कार्य किया है, आगे भी प्रदेश कांग्रेस संगठन में घुमंतू जातियों के प्रतिनिधियों को विशेष जगह दी जाएगी। डोटासरा ने कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू से लेकर आज तक सिर्फ कांग्रेस पार्टी है जो घुमंतू समाज के लिए काम करती है और इनकी परेशानियों को समझती है। डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री इस सम्मेलन में आने वाले थे लेकिन हेलीकॉप्टर लेट होने के कारण वह इस सम्मेलन में शामिल नहीं हो पाए।
घुमंतू जातियों के इस सम्मेलन का आयोजन घुमंतू समाज के प्रदेश अध्यक्ष- रतन लाल कालबेलिया की तरफ से आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में राणा ढोली समाज के अध्यक्ष ललित राणा, बागरी समाज के प्रदेश अध्यक्ष- गीता बागरिया, घुमंतू बोर्ड की अध्यक्ष उर्मिला योगी, श्रवण सपेरा, लुनिया लोहार, पूजा छाबड़ा, पार्षद- मनोज मुदगल सहित अनेक समाज के लोग और समाजसेवियों ने घुमंतू एवं अर्ध घुमंतु समाज के सम्मेलन को संबोधित किया।