भरतपुर सांसद रंजीता कोली पर दो दिन पूर्व हुए हमले और फिर भरतपुर में ही डॉक्टर दंपति की सरेआम हत्या के बाद से प्रदेश भारतीय जनता पार्टी राजस्थान सरकार पर जहां एक ओर कोरोना कुप्रबंधन और कानून व्यवस्था बिगड़े हुए होने के आरोप लगा रही है। वहीं दूसरी ओर राज्य में सत्तारूढ़ सरकार के मंत्री अपनी झेंप मिटाने में लगे हैं और बचाव की मुद्रा में बिना सिर-पैर के बयान दिये जा रहे हैं।
सांसद को दौरे की पूर्व सूचना देनी चाहिए थीः सुभाष गर्ग
मंत्री सुभाष गर्ग ने अब रंजीता कोली पर हमले के मामले में कहा है कि यदि सांसद कहीं का दौरा करती हैं तो उनको इसकी पूर्व सूचना देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस रंजीता कोली को कहीं का दौरा करने के पहले जिला कलक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक को सूचना देनी चाहिए, यह उनकी जिम्मेदारी बनती है। जिस क्षेत्र में वे जाती हैं कम से कम उस क्षेत्र के एसएचओ को तो उन्हें सूचित करना ही चाहिए। गर्ग तो यहां तक कह गये कि इस पूरे मामले में सांसद रंजीता कोली की गलती रही है।
पूरे भरतपुर में ही बढ़ रहे हैं अपराध
गर्ग के बयान के बाद नाराज भरतपुर सांसद रंजीता ने कहा कि गर्ग मुझ पर अंकुश ना लगाएं बल्कि भरतपुर में हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाएं। अगर कलक्टर, एसपी को बताकर जाती तो क्या कोरोना को लेकर सरकार के प्रबंधन की खामियां सामने नहीं आ पातीं। उन्होंने कहा कि बात मुझ पर हमला होने भर की नहीं है। समूचे भरतपुर में ही अपराध बढ़ रहे हैं, इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। रंजीता ने कहा, ‘मेरे बारे में महिला सांसद होने के नाते जिस तरह की बातें कही जा रही हैं, वो सरासर गलत हैं। मैं हमेशा से जनता के बीच रही हूं और रहूंगी’