जैन समाज आक्रोश में है और इसका कारण भी साफ है कि रविवार, 31 जनवरी की रात जयपुर में घाट की गूणी इलाके में स्थित दिगम्बर जैन पार्श्वनाथ (बोहरा जी) मंदिर से 30 प्राचीन मूर्तियां चोरी हो गई हैं। इनमें अधिकतर मूर्तियां अष्ठधातु और पाषाण से निर्मित हैं और करीब 500 वर्ष पुरानी है। इसके अलावा चोरों ने मंदिर के दान पात्र का ताला तोड़कर उसमें रखी नकदी और अन्य सामान भी गायब कर दिया है। मंदिर से 3 आभामंडल, 3 छत्र और प्राचीन यंत्र भी गायब हैं। जैन समाज के कई संगठनों ने इस वारदात से नाराज होकर प्रदर्शन किये और चोरों को जल्द से जल्द पकरड़ने की मांग की है।
मंदिर के पुजारी और आर्यिका जी को कमरे में बंद किया
इस पार्श्ननाथ मंदिर में चोरी की घटना के बारे में तब जानकारी मिली जब मंदिर के पुजारी और आर्यिका जी सुबह नींद से जागे। सोमवार, 1 फरवरी को सुबह जब आर्यिका जी उठी तो उन्हें पता चला कि उनके कमरे का दरवाजा बाहर से बंद है। इस पर उन्होंने दरवाजा खुलवाने के लिए आवाज लगायी तो मंदिर के पुजारी जी नींद खुली।
पुजारी जी ने भी पाया कि उनके कमरे का दरवाजा भी बाहर से बंद है। फिर किसी से आर्यिका जी और पुजाजी जी के कमरे के दरवाजे खुलवाये गये। इसके बाद बाहर का नजारा देखा उन लोगों ने पाया कि मंदिर परिसर में सभी ताले टूटे थे। फिर, मंदिर कमेटी को चोरी की इस वारदात की सूचना दी गई और कमेटी के लोग जब मंदिर पहुंचे तो ज्ञात हुआ कि मंदिर से प्राचीन मूर्तियां, आभामंडल, छत्र और प्राचीन यंत्र गायब हैं और दानपात्र खुला पड़ा हुआ है।
पुलिस ने शुरू की तहकीकात
कमेटी के पदाधिकारी कमल जैन के अनुसार मंदिर में मूर्तियों के साथ दो किलो चांदी का सामान भी गायब है। इस सारी घटना की इत्तला पुलिस को की गयी है और ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच शुरू कर दी है।