जयपुर रेंज पुलिस की विशेष टीम ने कुख्यात वांछित अपराधी विक्रम गुर्जर उर्फ पपला और उसकी महिला मित्र जिया उर्फ सहर सिकलीगर, सतारा निवासी को आज महाराष्ट्र के कोल्हापुर से धर दबोचा। राजस्थान पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने बताया कि महानिरीक्षक पुलिस, जयपुर रेंज डॉ. हवा सिंह घुमरिया के मार्गदर्शन में इस विशेष टीम का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धान्त शर्मा कर रहे थे।
टीम में अलवर के पुलिस अधिकारी जहीर अब्बास, अलवर जिला के पुलिस निरीक्षक इन्सार अली, भिवाड़ी जिला के उप निरीक्षक सुनील जांगिड व मुकेश वर्मा, 16 ईआरटी कमान्डो सहित 26 सदस्य शामिल थे। बैकअप के लिए एक अन्य टीम पुणे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में उपस्थित थी।
छिपकर फरारी काट रहा था
लाठर ने बताया कि सिद्धान्त शर्मा की टीम ने गत एक सप्ताह से कोल्हापुर में रहकर सघन छानबीन की और सूचनाएं एकत्र कीं। उस दौरान उनकी टीम ने उस मकान तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की, जिसमें अपराधी छिपकर फरारी काट रहा था। इस दौरान टीम ने प्रवासी राजस्थानी, जिम संचालकों एवं व्यायाम शाला संचालकों से सूचना संकलित की।
गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी 2021 को चिन्हित किये गये मकान के वीडियो व आस-पास के फोटोग्राफ सिद्धान्त शर्मा ने जयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. हवा सिंह घुमरिया से शेयर कर स्थानीय परिस्थितियों के बारे में सूचना दी तथा सुरक्षित ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए रणनीति तैयार की।
भागने की कोशिश में मकान से कूदा पपला तो हाथ-पैर में आईं चोटें
27-28 जनवरी की मध्यरात्रि को पूर्व नियोजित रणनीति के तहत ईआरटी के जांबाज कमान्डो व सिद्धान्त शर्मा के नेतृत्व में तैनात अधिकारियों ने उस इमारत को घेर लिया। अन्ततः फरार आरोपी को धर दबोचा। आरोपी ने अन्त समय तक निकल भागने एवं बचने का प्रयास किया। इस दौरान आरोपी ने मकान के नीचे छलांग लगाई, जिस कारण आरोपी के हाथ एवं पैर में चोटें भी आई हैं।
सतर्क एवं सजग कमांडो ने बिल्डिंग के नीचे कूदते ही आरोपी को दबोच लिया। गिरफ्तार विक्रम गुर्जर उर्फ पपला व उसकी महिला मित्र जिया उर्फ सहर सिगलीगर जिसने उसे शरण दी थी, दोनो को लेकर सिद्धान्त शर्मा एवं राजेन्द्र सिंह सिसोदिया की पुलिस टीम जयपुर पहुंची।
उल्लेखनीय है कि दिनांक 7 सितंबर 2019 को बहरोड़ थाने में बंद अपराधी विक्रम गुर्जर उर्फ पपला को अंधाधुंध फायरिंग करके थाने से छुड़ा कर ले जाया गया था। इस घटनाक्रम में विभिन्न प्रकार से शामिल 30 अपराधियों को राजस्थान पुलिस अब तक गिरफ्तार कर चुकी है