दिल्लीपर्यटन

19 देशों में भारतीयों के लिए वीजा फ्री एंट्री? लेकिन ये तैयारी करके जाना होगा

मलेशिया ने भी भारतीय टूरिस्टों के लिए वीजा फ्री एंट्री कर दी है। 19 देशों ने भारतीयों के लिए वीजा फ्री एंट्री की सुविधा दे रखी है। वीजा फ्री एंट्री से मतलब आपके पासपोर्ट में वीजा की जरूरत नहीं होगी, बल्कि इसकी जगह उस देश में जाने पर इमिग्रेशन स्टैंपिंग होगी।
थाइलैंड और श्रीलंका के बाद अब मलेशिया ने भी भारतीय टूरिस्टों के लिए वीजा फ्री एंट्री कर दी है। लेकिन वीजा फ्री सुविधा देने वाले देशों में लैंड करने के लिए भी कुछ जरूरी औपचारिकताएं पूरी करनी ही होती हैं। तभी इन देशों में जाया जा सकता है। अगर यह औपचारिकताएं पूरी नहीं की गई तो इन देशों में पहुंचना तो दूर, अपने देश से ही टेक ऑफ करने की इमिग्रेशन की तरफ से ग्रीन सिग्नल नहीं दिया जाएगा।
फिलहाल, 57 से अधिक देश ऐसे हैं, जहां भारतीय बिना वीजा के जा सकते हैं। इन देशों में या तो वीजा फ्री एंट्री है या फिर वीजा ऑन अराइवल है। इनमें 19 देशों ने भारतीयों के लिए वीजा फ्री एंट्री की सुविधा दे रखी है। लेकिन इन देशों में जाने के लिए भी कुछ औपचारिकताएं जरूरी हैं जिन्हें पूरा करना ही होगा।
क्या है वीजा फ्री एंट्री का मतलब
ट्रेवल एक्सपर्ट बताते हैं कि वीजा फ्री एंट्री का मतलब है कि इन देशों में जाने से पहले ऑनलाइन या ऑफलाइन वीजा प्राप्त करने की जरूरत नहीं होती। उदाहरण के तौर पर मलेशिया को ही लें तो इस देश में वीजा फ्री एंट्री से मतलब यह होगा कि यहां जाने के लिए टूरिस्ट का पासपोर्ट होना जरूरी है।
– आपका पासपोर्ट जाने वाले देश में वापसी की टिकट के कम से कम छह महीने तक मान्य होना चाहिए।
– टूरिस्ट को फ्लाइट की रिटर्न टिकट जरूरी होगी। इसके साथ ही वहां पर रहने की होटल की बुकिंग या फिर जिस किसी रिश्तेदार या परिवार वाले के पास स्टे करेंगे, उसका पूरा डेटा होना चाहिए।
– उस देश के हिसाब से टूरिस्ट को मिनिमम बैंक अकाउंट मेंटेन करना ही होगा। इसमें तीन या इससे अधिक महीनों की स्टेटमेंट भी देखी जा सकती है। इन सब औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद ही वीजा फ्री देशों में एंट्री मिल पाएगी, वरना नहीं।
एंट्री और एग्जिट पर इमिग्रेशन स्टैंपिंग
वीजा फ्री एंट्री से मतलब आपके पासपोर्ट में वीजा की जरूरत नहीं होगी, बल्कि इसकी जगह उस देश में जाने पर इमिग्रेशन स्टैंपिंग होगी। यह दोनों बार होगी, यानी जब टूरिस्ट उस देश में एंट्री करेगा तब और जब उस देश को छोड़ेगा तब भी। दोनों बार इमिग्रेशन स्टैंपिंग होने से टूरिस्ट का देश में इन-आउट का डेटा रहेगा। इसमें वीजा तो लगेगा ही नहीं, वीजा की फीस भी नहीं देनी होगी।
वीजा ऑन अराइवल का मतलब
वीजा ऑन अराइवल से मतलब उस सुविधा से है, जिसमें जो भी देश वीजा ऑन अराइवल की सुविधा देते हैं। उसमें उनके देश में जाने पर वीजा मिल जाता है। इससे पहले तमाम जरूरी औपचारिकताएं पूरी करनी होती है।
टूरिस्ट का रिकॉर्ड क्यों जरूरी?
इमिग्रेशन अधिकारियों का कहना है कि जिस किसी देश ने अपने यहां एक, दो या जितने भी महीने वीजा फ्री एंट्री की सुविधा दी है। ऐसी कंडीशन में यह नहीं माना जा सकता है कि टूरिस्ट उतने पूरे समय तक उस देश में रह सकते हैं। यह टूरिस्ट के रिकॉर्ड और उस देश के इमिग्रेशन अधिकारियों पर निर्भर करता है कि वह उसे अपने देश में कितने दिनों तक स्टे करने की इजाजत देते हैं। इसमें भारतीय इमिग्रेशन भी दखल दे सकता है।

Related posts

चीन पर भारत का डिजिटल स्ट्राइक, उसके 43 एप्स और बंद

admin

9 जून, शाम सवा 7 बजे..! राष्ट्रपति भवन में मोदी लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ

Clearnews

दिल्ली हाईकोर्ट की तीखी टिप्पणी, केजरीवाल की दिलचस्पी सिर्फ सत्ता में बने रहने की..

Clearnews