कोरोना संक्रमण की गति भारत में अब भी काफी ज्यादा है और बदलते मौसम के दौर में इसमें और तेजी आने की आशंका व्यक्त की जा रही है। ऐसे में राहत भरी खबर है कि भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोरोना वैक्सीन “कोविशील्ड” को अगले महीने यानी जनवरी 2021 में आपात परिस्थितियों के मद्देनजर भारत में इस्तेमाल की अनुमति (इमर्जेंसी अप्रूवल) मिल सकती है।
सीरम इंस्टीट्यूट सौंपेगी दिसम्बर अंत तक अपने आंकड़े
जानकारी मिल रही है कि सीरम इंस्टीट्यूट दिसम्बर के अंत तक अपनी वैक्सीन से संबंधित ट्रायल्स के आंकड़े रेगुलेटर, सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) को सौंप देगी और यदि ये आंकड़े संतोषजनक पाये गए तो वैक्सीन कोविशील्ड को भारत में इस्तेमाल के लिए इमर्जेंसी अप्रूवल मिल जाएगा। उल्लेखनीय है कि सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ब्रिटिश फर्म एस्ट्राजेनेका ने मिलकर विकसित किया है।
एसईसी की विशेष बैठक में अन्य दो कंपनियों से भी मांगे गए आंकड़े
खबर है कि बीते सप्ताह ही सीडीएससीओ की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) की विशेष बैठक हुई जिसमें कोविशील्ड के साथ-साथ फाइजर और भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सिन के ट्रायल्स के आंकड़ों विचार किया गया। एसईसी ने सीरम इंस्टीट्यूट से भारत में चल रहे दूसरे व तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल्स का सेफ्टी डेटा अपडेट करने के कहा है और ब्रिटेन व भारत में हुए क्लिनिकल ट्रायल्स का इम्युनोजेनेसिटी आंकड़े उपलब्ध कराने को कहा है। इसी तरह के डेटा संबंधी जानकारी को लेकर फाइजर ने कमेटी से कुछ समय मांगा व भारत बायोटेक के कोवैक्सिन के तीसरे चरण के आंकड़ों के लिए अभी इंतजार करने की बात कही है।