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दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता (Big Bollywood Actor) मो. युसुफ खान उर्फ दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के निधन से देश में शोक की लहर

दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता मोहम्मद युसुफ खान उर्फ दिलीप कुमार का आज 7 जुलाई 2021 की सुबह निधन हो गया। अठानवे बरस की अवस्था में वे लंबे समय से जिंदगी से संघर्ष कर रहे थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ के कारण 29 जून को मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वे सघन चिकित्सा इकाई में भर्ती थे। सुबह करीब साढ़े सात बजे दिलीप कुमार ने अंतिम सांस ली। उनके अंतिम समय में उनकी पत्नी और अभिनेत्री सायरा बानो उनके पास थीं। उनके निधन से देश और दुनिया में उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गयी है।

दिलीप कुमार के निधन के समाचार मिलते ही देश भर के नेता और अभिनेताओं ने अपनी श्रद्धांजलियां व्यक्त की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिलीप कुमार जी के निधन पर दुख जताते हुए कहा है, “दिलीप कुमार जी को एक सिनेमैटिक लीजेंड के रूप में याद किया जाएगा। उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए एक क्षति है। उनके परिवार, दोस्तों और असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदना।”

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा है, “दिलीप कुमार जी एक उत्कृष्ट अभिनेता, एक सच्चे रंगकर्मी थे, जिन्हें भारतीय फिल्म उद्योग में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए सभी ने खूब सराहा गंगा जमुना जैसी फिल्मों में उनके अभिनय ने लाखों सिनेप्रेमियों को प्रभावित किया। उनके निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है।”

लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला ने दुख व्यक्त करते हुए लिखा है,  “#TragedyKing के रूप में विख्यात #DilipKumar जी स्वयं में अभिनय का एक स्कूल थे। सुनहरे पर्दे पर अलग-अलग किरदारों को जीवंतता प्रदान कर उन्होंने समाज को एक सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया। उनका निधन विश्व सिनेमा के लिए अपूरणीय क्षति है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदनाएं। ”

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिये दिलीप कुमार श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है, “ दिलीप कुमार जी के परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.. भारतीय सिनेमा में उनके असाधारण योगदान को आने वाली पीढ़ियों के लिए याद किया जाएगा.. ”

ट्रेजिडी किंग के नाम से हुए मशहूर

मोहम्मद युसुफ खांयानी दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसम्बर 1922 को पेशावर (अब पाकिस्तान) में हुआ था। वे त्रासद या दु:खद भूमिकाओं के लिए इतने मशहूर हो गये थे कि लोग उन्हें   “ ट्रेजिडी किंग ” भी कहा जाता था। वे भारतीय फिल्मों के सर्वोच्च सम्मान  दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किये गये थे। उन्हें पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज़ से प्राप्त था।

राज्यसभा के सदस्य भी रहे

वर्ष 2000 से 2006 तक राज्यसभा के सदस्य रहे दिलीप कुमार ने 1966 में अभिनेत्री सायरा बानो से निकाह किया। विवाह के समय दिलीप कुमार 44 वर्ष और सायरा बानो 22 वर्ष की थीं। वर्ष 1980 में उन्होंने कुछ समय के लिए अस्मां से दूसरी शादी भी की थी। वर्ष 1980 में ही उन्हें सम्मानित करने के लिए मुंबई का शेरिफ घोषित किया गया। दिलीप कुमार को साल 1991 में पद्म भूषण और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। वर्ष 1995 में उन्हें दादा साहेब फाल्के सम्मान दिया गया और वर्ष 1998 में उन्हें पाकिस्तान पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज मिला।

आठ बार मिला फिल्मफेयर पुरस्कार

दिलीप कुमार की शुरुआती पढ़ाई नासिक में हुई और उसके बाद ही उन्होंने फिल्मों में अभिनय का फैसला किया। वर्ष 1944 में उनकी पहली फिल्म ज्वार भाटा आयी। हालांकि उन्हें 1949 में आयी फिल्म अंदाज ने सफलता और प्रसिद्धि दिलाई। फिर उनकी फिल्म दीदार (1951) में आई जिसमें उन्होंने राज कपूर के साथ काम किया। इसके बाद 1955 में उनकी फिल्म देवदास आयी। इसके बाद उन्हें राज कपूर, देवानंद के साथ बॉलीवुड के तीन मशहूर सितारों के साथ गिना जाने लगा। तीनों ही अभिनेताओं में बहुत ही अच्छी मित्रता और प्रतिस्पर्धा भी रही। उन्होंने 1960 में आयी अपने समय ही सबसे महंगी और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म मुगले आजम में जहांगीर की भूमिका निभायी। वर्ष 1961 में फिल्म गंगा-जमुना का निर्माण भी किया। वे 1990 के दशक तक फिल्मों सक्रिय रहे। उनकी आखिरी अभिनीत फिल्म किला थी जो 1988 में आई। दिलीप कुमार को जीवन में आठ बार सर्वश्रेष्ठ फिल्म अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला।

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