व्हाइट हाउस ने बुधवार को कहा कि एरियल इमेजेस और इंटरसेप्ट किए गए कम्युनिकेशन के आधार पर अमेरिकी खुफिया जानकारी से पता चलता है कि गाजा के अस्पताल पर हमले के लिए इजरायल जिम्मेदार नहीं है। किसी दूसरे संगठन ने इस हमले को अंजाम दिया था।
इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास की जंग के बीच मंगलवार को गाजा के अल-अहली अस्पताल में हुए एक भीषण हमले में 500 लोगों की मौत हो गई है। हमास ने इजरायल पर हमला करने का आरोप लगाया है। वहीं, इजरायल ने इन आरोपों को खारिज किया है। इजरायली सेना ने इस हमले के पीछे फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद का हाथ होने का दावा किया है।
इजरायल को क्लीन चिट दी
अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इजरायल को क्लीन चिट दे दी है। बुधवार को इजरायल पहुंचे जो बाइडेन ने कहा है कि ऐसा लगता नहीं है कि गाजा के अस्पताल में हुए ब्लास्ट के पीछे इजरायल का हाथ है। बाइडेन ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस हमले के पीछे कोई दूसरी टीम है।
सबूतों के साथ दिया कारण
व्हाइट हाउस ने बुधवार को कहा कि एरियल इमेजेस और इंटरसेप्ट किए गए कम्युनिकेशन के आधार पर अमेरिकी खुफिया जानकारी से पता चलता है कि गाजा के अस्पताल पर हमले के लिए इजरायल जिम्मेदार नहीं है। किसी दूसरे संगठन ने इस हमले को अंजाम दिया था।
तकनीक के आधार पर दिया बयान
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘हालांकि हम जानकारी इकट्ठा करना जारी रखते हैं, लेकिन ओवरहेड इमेजरी, इंटरसेप्ट्स और ओपन सोर्स के एनालिसिस के आधार पर हमारा आकलन कहता है कि गाजा के अस्पताल में मंगलवार की रात हुए विस्फोट के लिए इजरायल जिम्मेदार नहीं है।’
घटना के विरोध में प्रदर्शन और रैलियां
गाजा के अस्पताल में हमले के बाद लेबनान, जॉर्डन, लीबिया, यमन, ट्यूनीशिया, तुर्की, मोरक्को, ईरान और इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए और रैलियां निकाली। पूरे क्षेत्र में गुरुवार को क्ंल व ित्ंहम यानी आक्रोश दिवस की अपील की गई है। इजरायल और फिलिस्तीन ने मंगलवार की रात को गाजा के अस्पताल पर हुए भीषण हमले के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। इस बीच इजरायली सेना ने बुधवार को कहा कि उसके पास पर्याप्त सबूत हैं, जो साबित करते हैं कि इस हमले के लिए फिलिस्तीन के आतंकी जिम्मेदार थे।