जयपुर। जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज में महापौर के लिए मंगलवार को चुनाव कराए जाएंगे। महापौर चुनाव से पूर्व जयपुर नगर निगम हैरिटेज और ग्रेटर में राजनीति तेज हो गई है। चुनाव से पूर्व हैरिटेज में भाजपा महापौर प्रत्याशी कुसुम यादव के पति के दो ऑडियो सोश्यल मीडिया में वायरल हो गए। इसके बाद से ही भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
वायरल ऑडियो में पार्षदों को 25-25 देने, पांच साल गाड़ी देने, चेयरमैन बनाने, वार्डों में दो गुना काम कराने की बातें कही जा रही है। इसके बाद कांग्रेस के पार्षद दशरथ सिंह ने एसीबी को दो ऑडियो रिकार्डिंग सौंपकर पार्षदों की खरीद-फरोख्त की शिकायत दर्ज कराई। सिंह ने अपना वीडियो जारी करते हुए कहा कि बहुमत नहीं मिलने पर भाजपा अन्य पार्षदों से संपर्क साधने की कोशिश कर रही है। उन्हें उनके एक कार्यकर्ता ने यह ऑडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई, जिसमें पार्षदों को ऑफर दिया जा रहा है।
आरोप-प्रत्यारोप शुरू
ऑडियो वायरल होने के बाद परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि यादव के इस ऑडियो के वायस सेंपल की जांच होनी चाहिए। वहीं अजय यादव ने कहा कि यह कांग्रेस की राजनैतिक साजिश है और वह कुसुम यादव को मिल रहे समर्थन से घबराए हुए हैं और इस तरह के हथकंड़े अपना रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने भी अपना वीडियो जारी करके कहा कि कांग्रेस प्रशासनिक तंत्र का इस्तेमाल कर मेयर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। यह कांग्रेस की पुरानी आदत है। इन्वेस्टिंग ऐजेंसियां भी जांच पूरी नहीं कर पा रही है। अजय यादव ने मीडिया के सामने आकर आरोपों को खारिज किया है। वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं और जरूरत पडऩे पर वॉइस सेंपल भी देंगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मिले भाजपा नेता
प्रकरण के बाद पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी के साथ भाजपा नेता मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मिले और उन्हें महापौर चुनावों में गड़बड़ी रोकने के लिए ज्ञापन सौंपा। चतुर्वेदी ने आयुक्त से कहा कि उन्हें चुनाव में सरकारी तंत्र के इस्तेमल की आशंका है। ऐसे में चुनाव के दौरान केंद्र में मोबाइल ले जाने, बैलेट पेपर की फोटो लेने पर रोक लगाने की बात कही गई। भाजपा का मानना है कि बैलेट पेपर की फोटो बाहर आने से चुनाव प्रभावित हो सकता है।