साल 2021 का पहला ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन बहुत ही सफलता से संपन्न हो रहा है। कोरोना के चलते खिलाड़ियों को 14 दिन के क्वारंटाइन के कारण अभ्यास करने के मौके कम ही मिले। विक्टोरिया सरकार को मुकाबलों के बीच में लॉकडाउन फिर से लगाना पड़ा। ऐसे में दर्शक भी 5-6 दिन मेलबर्न पार्क में आ नहीं पाये। ऐसी विशिष्ट परिस्थितियों में भी मुकाबले काफी रोचक हुए और महिला वर्ग मे जापान की उभरती हुई खिलाड़ी नयोमी ओसाका ने खिताब के साथ सबका दिल भी जीता।
सातों प्रतिद्वंद्वियों के साथ कड़ा मुकाबला
रूस की धाकड़ खिलाड़ी एनास्थासिया पावल्युचेंकोवा, फ्रांस की नंबर एक कॅरोलिन गार्सिया, अरब जगत की पहली बड़ी सितारा ट्यूनीशिया की ओन्स जाबुर, गत वर्ष की उपविजेता गार्बिनिए मुगुरुधा, ताइवान की अनुभवी और डबल्स में विश्व की नंबर एक सुवै, 23 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता सेरेना विलियम्स और अंतिम मुकाबले में अमरीका की उभरती सितारा जेनीफर ब्रेडी सभी एक से बढ़कर एक सातों मंझी हुई खिलाड़ियों को हार का मुंह देखना पड़ा। गारबिनीये मुगुरुथाने ने तो मैच पॉइंट प्राप्त किये थे पर उस मुकाबले को छोड़ बाकी सारे मुकाबले सीधे सेटों में जीतकर ओसाका ने अपना सिक्का खूब जमाया।
तेज सर्विस, गजब का बैकहैंड और फोरहैंड
सेरेना विलियम्स को अपना आदर्श मानने वाली ओसाका का खेल भी उन्हीं की तरह तेज-तर्रार है। तेज सर्विस गजब का बैकहैंड और फोरहैंड और सबसे कठिन समय पर उनका सही उपयोग करने की मानसिकता, उन्हें एक परिपक्व और संपूर्ण खिलाड़ी बनाने की ओर अग्रसर करती है। ओसाका ने वॉली मारने और दौड़ने की रफ्तार में सुधार कर लिया तो भविष्य में किसी भी तरह के कोर्ट पर नयोमी को हराना असंभव सा हो जायेगा।
मृदु आवाज और विनम्रता
मां दुर्गा लगने वाली ओसाका कोर्ट से बाहर निकलते ही बडी विनम्र और मृदु स्वभाव से सबका दिल जीत लेती है। जापानी सभ्यता एवं कृष्णवर्णीय शरीर संपदा का अद्भुत संगम नयोमी ओसाका में है और वह इसी कारण भविष्य में एक आदर्श निर्माण कर सकती है!
23 साल की उम्र में 4 ग्रैंड स्लैम जीतकर उन्होंने विश्व की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने पर अपना दावा मजबूत कर दिया है। इस वर्ष अगर डब्लूटीए स्पर्धा नियमित रूप से हुई तो आशा करते हैं कि नयोमी सफलता के नये आयाम बनाएगी।