अयोध्यापुलिस प्रशासन

बख्तरबंद गाड़ियां, ब्लैककैट कमांडो, एआई कैमरे, 7 लेयर सुरक्षा…ऐसे अभेद्य हुई अयोध्या !

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में अब एक दिन बाकी है। आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरी अयोध्या नगरी किले में तब्दील हो गई है। ब्लैककैट कमांडो, बख्तरबंद गाड़ियां, एंटी ड्रोन सिस्टम, एआई से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम के साथ हजारों जवान और अफसर सुरक्षा व्यवस्था में लगाए गए हैं।
जर्रे जर्रे में राम की भक्ति। कदम कदम पर सुरक्षा की शक्ति। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती। 10000 सीसीटीवी से निगरानी। कोट-पैंट पहने यूपी पुलिस के जवान। चेहरों का रिकॉर्ड रखने वाले एआई कैमरे। पुलिस अधिकारियों के लिए विशेष ड्रेस कोड। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अयोध्या में जल, जमीन से लेकर आसमान तक सख्त सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। एक तरफ समारोह के लिए आने वाले अतिथियों के स्वागत का इंतजाम हो रहा है। दूसरी तरफ सुरक्षा को लेकर अयोध्या नगरी की किलेबंदी हो रही है।
अयोध्या 21-22 जनवरी को आम जनता के लिए बंद रहेगी। 22 जनवरी को बिना निमंत्रण वाले लोगों को भारी परेशानी हो सकती है। सुरक्षा में सीआरपीएफ से लेकर यूपी पुलिस की तैनाती की गई है। भारी वाहनों की आवाजाही पर इस दिन रोक रहेगी। पूरे शहर में 10000 सीसीटीवी कैमरे हर हलचल पर नजर रखेंगे। पहली बार यहां चेहरे की पहचान करने वाले एआई कैमरे लगाए गए हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान देश की कई बड़ी मशहूर हस्तियां जुटेंगी, इसलिए जमीन ही नहीं आसमान से भी मुस्तैदी रखी जाएगी।
इस अवसर पर अयोध्या में लगभग 13 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों का अभेद सुरक्षा घेरा होगा। यूपी एटीएस के कमांडो और जवानों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एंटी ड्रोन सिस्टम के जरिए उसे और पुख्ता बनाया गया है। इसके लिए एटीएस का एक बड़ा जत्था राम नगरी पहुंच चुका है। आधुनिक हथियारों से लैस कमांडो बुलेट प्रूफ मार्क्समैन गाड़ियों के जरिए निगरानी कर रहे हैं। जमीन से लेकर आसमान और सरयू नदी के तटों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। आईबी और रॉ के अधिकारियों ने भी अयोध्या में डेरा डाल रखा है।
कई स्तर पर सुरक्षा बंदोबस्त की समीक्षा की जा ही है। ओएफसी लिंक कैमरे भी लगाए गए हैं। 12 एंटी ड्रोन सिस्टम के माध्यम से रेड और येलो जोन को सुरक्षित किया गया है। पांच किलोमीटर की रेडियस में उड़ने वाले किसी भी ड्रोन को लोकेट कर निष्क्रिय किया जा सकता है। हर आने वाला पुलिस की चैकस निगाहों में रहेगा। जाहिर है, जरा-सा संदिग्ध दिखे नहीं कि सवालों के घेरे में घिरे नहीं। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। ऐसे में उनकी सुरक्षा का खासतौर पर बंदोबस्त किया गया है।
पीएम मोदी के सुरक्षा घेरे में तैनात रहेंगे हजारों जवान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में एक हजार से अधिक जवान रहेंगे। निगरानी के लिए 10 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। जिन लोगों के दुकानों और घरों के सामने सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उनको भी पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। कार्यक्रम के दौरान दूर-दूर तक निगरानी रखने और किसी भी लॉन्ग रेंज अटैक को काउंटर करने के लिए स्नाइपर की भी तैनाती की गई है।
पुलिस के आला अधिकारियों की मानें तो अयोध्या में माइक्रो लेवल तक सुरक्षा की तैयारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के प्रमुख चेहरे होंगे। मौजूदा वक्त में देश का जो भी बड़ा नाम है, वो इस समारोह का हिस्सा बनेगा। यानी ये कार्यक्रम सबसे पावरफुल होगा। इसके अलावा बड़ी संख्या में देश-विदेश की हस्तियों को भी इस आन बान और शान वाले समारोह का हिस्सा बनने के लिए निमंत्रण पत्र भेजा गया है।
इस तरह अभेद्य किले में तब्दील हुई रामनगरी अयोध्या
आमंत्रित अतिथियों के अलावा लाखों की संख्या में आमजन सरयू किनारे बसेरा करेंगे। ऐसे में कार्यक्रम की सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया गया है। अर्द्धसैनिक बलों की कई कंपनियों के अलावा 300 पुलिसकर्मी, 47 फायर सर्विस, 40 रेडियो पुलिस के जवान, 37 लोकल इंटेलिजेंस, 2 बम डिटेक्शन स्कवॉड की टीम 2 एंटी सबोटाज स्क्वॉड की टीम की तैनाती कार्यक्रम स्थल के साथ साथ मंदिर तक जाने वाले सभी रास्तों और चैराहों पर होगी। अयोध्या को पूरी तरह से किले में तब्दील कर दिया गया है।
एंटी ड्रोन सिस्टम, एआई से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम
अयोध्या रेंज के आईजी प्रवीण कुमार के मुताबिक, करीब 11 हजार अतिरिक्त सुरक्षा बल अयोध्या में तैनात किए जाएंगे। सरयू नदी में निगरानी करने के लिए जल पुलिस को अतिरिक्त हाई स्पीड बोट मुहैया कराई गई है। सुरक्षा एजेंसियों की नजर जमीन से लेकर आसमान तक रहेगी। इसके लिए एंटी ड्रोन सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम तैयार किए गए हैं। आने-जाने वालों की फिजिकल चेकिंग के अलावा, उच्च स्तरीय सुरक्षा तकनीक का भी इस्तेमाल होगा। लोगों की पहचान की जांच की जाएगी।
आम लोगों को भी आंख और कान बना रही पुलिस
अयोध्या में चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए यूपी पुलिस ने 10 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे अलग से लगाए हैं। इन कैमरों के जरिए लोगों की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का भी सहारा लिया जाएगा। स्थानीय लोगों को भी इस योजना में सहभागी बनाया जा रहा है। जिन लोगों के दुकानों और घरों के सामने सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उनको पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ा जा रहा है। ये कैमरे यूपी पुलिस के 10000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क के अलावा होंगे।
फिजिकल इंटेलिजेंस का सहारा ले रही यूपी पुलिस
इसके साथ ही यूपी पुलिस फिजिकल इंटेलिजेंस का सहारा ले रही है। बड़ी संख्या में ऐसे लोगों से संपर्क कर उनको अपने साथ जोड़ा गया है, जो ई-रिक्शा, टैक्सी, होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस कर्मचारी हैं। ऐसे लोगों को यह निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या फिर संदिग्ध लोग दिखाई दें तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। यही नहीं, यदि बिना परिचय पत्र के कोई भी किसी होटल धर्मशाला या लॉज या फिर मंदिर में रुकता है, तो वहां के कर्मचारी सीधे पुलिस को सूचना देंगे। उनके नाम गुप्त रखे जाएंगे।

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